आयोजन : सेवा केंद्र पर व्यसन मुक्ति अभियान की शुरूआत ब्रह्माकुमारीज के सेवाकेंद्र विश्व दर्शन भवन में "मेरा भारत स्वस्थ भारत' व्यसन मुक्ति अभियान का रविवार को शुभारंभ हुआ। सेवा केंद्र संचालिका अनिता दीदी ने कहा नशीले द्रव्यों के सेवन के प्रमुख कारण मानसिक तनाव, परिवार में अशांति व मित्रों का दबाव होता है।
व्यसन की सहज प्राप्ति या फैशन के रूप में भी लोग सेवन करते हैं। लेकिन हर व्यक्ति को यह जान लेना चाहिए कि नशे की लत अंतत: मौत की पुकारें हैं। जो व्यक्ति व्यसनी होते हैं वह अपनी लालसा को शांत करने के लिए छोटी-मोटी चोरी, डकैती, धमकी देना, अपराध, हत्या या आत्महत्या जैसे कदम भी उठा लेते हैं।
हमें इनका सेवन एक बार भी नहीं करना चाहिए। इसके बचाव के लिए माता-पिता को अपने बच्चों को पहले से ही इनसे होने वाले शारीरिक दुष्परिणाम से अवगत करवाना चाहिए। कार्यक्रम में डॉ. कमलसिंह जाधव ने कहा किसी भी प्रकार का नशा हो उससे शारीरिक, मानसिक व आर्थिक नुकसान ही होता है। नशे से कई प्रकार की बीमारियां होती है।
बीड़ी, सिगरेट या किसी भी प्रकार के धूम्रपान से मुंह, गले व फेफड़ों का कैंसर होता है। तंबाकू खाने से मुंह, आहारनाल, आंतों व पेशाब की थैली का कैंसर होता है। शराब के सेवन से लीवर संबंधित कैंसर जैसे रोग होते हैं। किसी भी प्रकार के नशे के सेवन से बचना चाहिए व अन्य को भी रोकना चाहिए। इससे स्वस्थ जीवन, परिवार व राष्ट्र का निर्माण होगा।
तंबाकू खाने से होती है लाखों मौतें
वासुदेव पुरोहित ने कहा देश में लाखों मौतें हर साल तंबाकू खाने से होती है। कई युवा धुएं से प्रभावित होकर मृत्यु का शिकार होते हैं। इससे कैंसर का 25 गुना व दिल की बीमारी का 4 गुना खतरा बढ़ जाता है। एंटी बॉडीज के लिए यह बेहद खतरनाक है। इसमें पाए जाने वाले निकोटिन पदार्थ से हमारे शरीर के दिल, दिमाग, फेफड़े व आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
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