ओंकारेश्वर बांध परियोजना से नहरों में पानी छोड़ने की मांग को लेकर शनिवार को स्थानीय एनवीडीए कार्यालय पर 4 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। किसानों ने नहरों में पानी छोड़ने के लिए जमकर नारेबाजी कर एनवीडीए कार्यालय के गेट पर ताला लगा दिया। किसान नेता इंदर बिरला के नेतृत्व में किसानों ने किसानों ने कहा जब तक नहरों में पानी छोड़ने की घोषणा नहीं होती तब तक किसान अपना आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे।
किसानों के धरना प्रदर्शन के दौरान विधायक सचिन बिरला ने इंदर बिर्ला को बताया ओंकारेश्वर परियोजना के मुख्य अभियंता अजय कुमार सिंघल से नहरों में छोड़ने को लेकर बात हो गई है। 18 मई की शाम 5 बजे तक ओंकारेश्वर परियोजना की नहरों में पानी छोड़ दिया जाएगा। आंदोलन कर रहे किसानों ने विधायक से कहा यदि 18 मई तक पानी नहीं छोड़ा तो इंदौर इच्छापुर हाईवे पर चक्काजाम किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। लेकिन विधायक के आश्वासन पर किसानों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर एनवीडीए कार्यालय में लगा ताला खोल दिया। किसानों ने एनवीडीए कार्यालय में मौजूद एक्सिक्यूटिव इंजीनियर जेएस राणावत व नायब तहसीलदार कृष्णा पटेल से भी चर्चा की।
इंदर बिर्ला ने बताया एनवीडीए अधिकारियों ने चार दिन पूर्व आश्वासन दिया था नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। लेकिन नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया। जिस पर किसान आक्रोशित होकर नारेबाजी करने लगे। कपास की फसल की बोवनी शुरू हो गई है। इसलिए किसान पानी की मांग कर रहे हैं। लेकिन, अधिकारी मेंटेनेंस के नाम पर किसानों को नहरों की मरम्मत व साफ सफाई के नाम पर गुमराह किया जा रहा है। इंदर बिर्ला व आंदोलनरत किसानों ने अधिकारियों को आगाह किया यदि 18 मई तक नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया तो हाईवे पर चक्काजाम किया जाएगा।
इस दौरान किसान नेता सोभाग पटेल, डॉ. रवि पाटील, मुकेश साद, उदित नांदिया, मनोज गुर्जर, महेंद्र चौधरी, विष्णु पटेल, रामेश्वर भायड़िया, रेवाराम पटेल, गोपाल पटेल, राजेश चौधरी, जीतू पंवार, आशीष चौधरी, अंकित खाटरिया, जयराम पटेल, मुकेश लोनकर, पवन बिर्ला सहित अन्य उपस्थित थे।
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