सिवनी जिले के कुरई थाना क्षेत्र के ग्राम सिमरिया में दो ग्रामीण आदिवासियों की 2 मई को पीट-पीट कर हत्या का मामला सामने आया था। जिसके बाद लोगों और आदिवासी संगठनों में आक्रोश है। शनिवार को अखिल भारतीय बलाई महासंघ, जयस और अखिल भारतीय अनुसूचित संगठन ने आक्रोश व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री के नाम तहसीदार शिवराम कनासे को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में पुलिस प्रशासन और कानून व्यवस्था को लगातार चुनौती देकर आदिवासी समुदाय पर अत्याचार और उत्पीड़न किया जा रहा है। आदिवासियों को प्रताड़ित करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न करते हुए उन्हें संरक्षण दिए जाने से सरकार की नियत पर आदिवासियों में संदेह और आक्रोश है।
राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति बन रही है। पदाधिकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से दोनों ग्रामीण आदिवासियों की बर्बर हत्या (मॉब लिंचिंग) की न्यायिक जांच कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर दोषी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
मृतक आदिवासी के परिजनों को प्रति मृतक दो करोड़ रुपए मुआवजा राशि देने का आदेश जारी करें। साथ ही आदिवासी बहुल अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासियों की संस्कृति, परंपरा, एकता और अखंडता में बाधा डालने वाले, आदिवासियों का उत्पीड़न करने वाले संगठनों को प्रतिबंधित करें। इस दौरान आकाश शिंदे, दीपक बैसवार, जय शिंदे, लखन आवे, गजानंद सूर्याल, शानू गोसर, करण, अजय, गोलू सहित अन्य मौजूद रहे।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.