बिछिया के ग्रामीण क्षेत्र में जंगली हाथियों की मौजूदगी से दहशत बनी हुई है। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 3-4 दिनों से जंगली हाथियों की कान्हा के बफर जोन से लगे हुए क्षेत्र सिझोरा, गुन्हेरा, कोको आदि में मौजूदगी थी। वे दिन-भर घने जंगलों में रहते हैं, और रात में गांवों के नजदीक आ जाते हैं। वे खेत-खलिहान में रखी फसलों सहित ग्रामीणों के घरों में भी नुकसान पहुंचाते हैं।
हाथियों की बिछिया परिक्षेत्र में मौजूदगी
जीजीपी युवा ब्लॉक अध्यक्ष बिछिया मनसू उईके ने बताया कि रविवार रात हाथियों का यह दल बिछिया परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत कोको के ग्राम गुडली पहुंच गया। जहां हीरादास, गुलाब सिंह, श्याम लाल आदि के खेत-खलिहान में फसल सहित एक मकान को मामूली नुकसान पहुंचाया है। बताया गया है कि वन कर्मी ग्रामीणों के साथ मिलकर हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखे हुए हैं। साथ ही इनकी वजह से कोई बड़ी जन-धन हानि न हो, इसका भी प्रयास किया जा रहा है।
अंजनिया रेंज की तरफ बढ़ रहे हाथी
वन विभाग से जानकारी मिली है कि फिलहाल जंगली हाथियों का दल बिछिया परिक्षेत्र के लपटी, कोसमपानी के जंगलों में है। हाथियों के अंजनिया क्षेत्र की ओर बढ़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। रेंजर अंजनिया लतिका तिवारी उपाध्याय ने बताया कि हाथियों की अंजनिया क्षेत्र के नजदीक मौजूदगी को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी कर लोगों को हाथियों के खतरे से आगाह किया जा रहा है। साथ ही पंचायतों को भी सूचित किया गया है, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक सूचना पहुंच सके।
सतर्कता बरतने की अपील
रेंजर अंजनिया ने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा लगातार गश्त कर हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखते हुए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से रात में अधिक सतर्कता बरतने की अपील करते हुए कहा कि वे रात में खेत की रखवाली करने के लिए खेतों में बने मचान, झोपड़ी आदि में न रुकें। साथ ही उन्होंने बताया कि यदि हाथियों द्वारा ग्रामीणों की फसलों आदि को नुकसान पहुंचाया जाता है तो विभाग द्वारा उन्हें मुआवजा दिलाने में भी मदद की जा रही है।
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