मंडला वन क्षेत्र में हाथियों का आतंक:ग्राम चंगरिया के जुबान टोला में घरों पर किया हमला, 17 लोग अपने ही घर में फंसे

मंडला4 महीने पहले
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सोमवार देर रात पूर्व सामान्य वन मंडल मंडला के परिक्षेत्र जगमंडल के ग्राम चंगरिया के जुबान टोला में जंगली हाथियों ने जमकर तबाही मचाई। ग्रामीणों के घर में तोड़फोड़ और फसल को नुकसान पहुंचाया। हाथियों के आतंक के बीच तीन परिवार के बच्चों सहित 17 लोग कच्चे मकान में फंस कर रह गए। जिन्हें वनकर्मियों ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। आग जलाने सहित अन्य उपायों की मदद से हाथियों को आबादी वाले क्षेत्र से दूर करने का प्रयास किया।

जुबान टोला में हाथियों का आतंक

ग्रामीणों ने बताया कि देर रात जंगली हाथी ग्राम चंगरिया के जुबान टोला पहुंच गए। जहां उन्होंने द्वारका यादव, गणेश यादव और श्याम बाई यादव के घरों में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया। हाथियों ने घरों के दरवाजों को तोड़ने का प्रयास किया, मवेशियों की सार को तोड़ दिया, आंगन में रखी धान को खा गए।

इस दौरान इन तीनों ही घर के 17 लोग अपने घर में फंस गए। कच्चा घर होने की वजह से इन ग्रामीणों पर गंभीर खतरे को देखते हुए वन विभाग की टीम ने देर रात लगभग 1:30 बजे सभी को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। ग्रामीणों ने दो मवेशियों के घायल होने की बात भी कही है।

महिलाओं-बच्चों का किया रेस्क्यू

वन परिक्षेत्र अधिकारी लतिका तिवारी उपाध्याय ने बताया कि जगमंडल परिक्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी के चलते वन विभाग का अमला रातभर मुस्तेद रहा। चंगरिया के जुबान टोला से 3 माह का बच्चा, छोटे बच्चे और महिलाओं सहित 17 लोगों को वनविभाग ने रेस्क्यू किया। हाथियों से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। ग्रामीणों को मुआवजा दिलाने की कार्रवाई की जाएगी।

हाथियों और जनमानस की सुरक्षा का प्रयास

उन्होंने बताया कि वर्तमान में हाथियों का दल हाईवे पार कर रतनपुर क्षेत्र की ओर पहुंच गया है। वन विभाग की टीम इनके मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है। हम हाथियों की सुरक्षा के साथ जनमानस की सुरक्षा सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने सभी को हाथियों से सतर्क की अपील की है।

इनका रहा योगदान

रेस्क्यू कार्य में वन परिक्षेत्र अधिकारी लतिका तिवारी उपाध्याय और मौके पर मौजूद गश्ती दल के वन रक्षक अभिषेक शुक्ला, ब्रजभान सिह कुल्हिया, बालसिंह ठाकुर, हरेंद्र चौरसिया, महेश पन्द्रों और सुरक्षा श्रमिक मान सिंह, हेमलाल सहित ग्रामीण संजय यादव और संजीव यादव का योगदान रहा।

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