शुक्रवार को जिला अस्पताल में बैगा युवक संतोष का इलाज के दौरान निधन मामले में कलेक्टर हर्षिका सिंह ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए। जिसके बाद आज सुबह जांच टीम ने जिला अस्पताल पहुंच कर मामले पर कार्यवाही शुरू कर दी है। इस जांच टीम में एसडीएम पुष्पेंद्र अहाके, एसीओ जिला-पंचायत एसएस मरावी, सीएमएचओ डॉ श्रीनाथ सिंह और नायब तहसीलदार बम्हनी शामिल हैं।
मामले पर कलेक्टर हर्षिका सिंह ने बताया कि कल हमारे संज्ञान में ये बात लाई गई थी कि जिला-अस्पताल में इलाज के दौरान बैगा युवक की मृत्यु हुई थी। उसके बाद अस्पताल ने शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया था। इसी को लेकर इलाज सहित पूरे घटनाक्रम की मजिस्ट्रियल जांच के लिए टीम बनाई गई है।
सभी को समय पर मिले स्वास्थ्य सुविधाएं
उन्होंने कहा कि सिर्फ बैगा ही नहीं जिले का कोई भी व्यक्ति जिला अस्पताल पहुंच रहा है, तो मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर और सही तरह से उपलब्ध कराई जानी चाहिए। जिला अस्पताल से लगातार इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं, इसलिए हम मजिस्ट्रीयल जांच कर रहे हैं, जो भी लापरवाह निकलेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।
चल रही जांच
सुबह जांच के बाद एसडीएम पुष्पेंद्र अहाके ने बताया कि जिला अस्पताल में 20 वर्षीय युवक संतोष का इलाज के दौरान निधन मामले में जांच टीम गठित की गई है। उसी सम्बन्ध में हम बयान लेने अस्पताल आए थे। अभी एक पक्ष के बयान लिए हैं, दूसरे पक्ष का बयान लेना बाकी है। सभी बयान के बाद ही फाइनल रिपोर्ट बनेगी। हालांकि उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने युवक के निधन के वक्त शव वाहन नहीं होना बताया है।
गंभीर स्थिति में भर्ती हुआ मरीज
जांच टीम में शामिल सीएमएचओ डॉ श्रीनाथ सिंह ने कहा कि जांच में यह बात सामने आई है कि कल जब बैगा युवक का निधन हुआ उस दौरान शव वाहन किसी अन्य शव को पहुंचाने बाहर गया हुआ था। उन्होंने कहा कि जांच अभी जारी है। साथ ही उन्होंने बताया कि मरीज गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हुआ था। वह बेहोश था और उसका ब्लड शुगर भी काफी कम था।
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