• Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Mandsaur
  • For Freedom From Diseases And Happiness And Prosperity, Women Worshiped Mother By Offering Cold Food

श्री खिड़की माता मंदिर परिसर में लगा मेला:बीमारियाें से मुक्ति व सुख-समृद्धि के लिए महिलाओं ने ठंडा भाेजन अर्पित करके किया माताजी का पूजन

मंदसौर6 दिन पहले
  • कॉपी लिंक
खिड़की माता मंदिर में पूजा- अर्चना करतीं महिलाएं। - Dainik Bhaskar
खिड़की माता मंदिर में पूजा- अर्चना करतीं महिलाएं।

शहर सहित जिले में उत्साह के साथ महिलाओं ने शीतला सप्तमी पर्व को मनाया। महिलाओं ने बीमारियाें से मुक्ति व सुख- समृद्धि की कामना से माता की पूजा- अर्चना की। दिनभर यह का दौर चलता रहा। शीतला सप्तमी पर्व के मौके पर मंगलवार को मंदसौर बायपास मार्ग स्थित श्री खिड़की माता मंदिर परिसर में नपा द्वारा मेले का आयोजन भी किया। शहर सहित आसपास के क्षेत्रों से हजारों महिलाओं ने पहंुचकर शिवना नदी के तट पर स्थित मां खिड़की माताजी के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया। यहां दर्शनार्थियों के लिए भजन संध्या भी की गई। मान्यता अनुसार महिलाओं ने यहां पत्थरों से घरौंदे भी बनाए।

मंगलवार दोपहर 12.30 बजे खिड़की माता परिसर में शुरू हुई भजन संध्या शाम तक चली। इसमें दिल्ली के कलाकारों ने मोंटी नटराजन के नेतृत्व में भजनों की प्रस्तुति दी। कलाकारों ने माता अंबे व हनुमानजी का रूप धारण कर भजनों पर अभिनय से खूब तालियां बंटोरी। मोंटी नटराजन ने माता की महत्ता को बताने वाले प्रसिद्ध गीत ‘चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है...’ की प्रस्तुति से खूब दाद बंटोरी। उन्होंने हनुमान के प्रसिद्ध गीत ‘लाल लंगोटा हाथ में घोटा...’ गीत भी प्रस्तुत किया, जिसे सभी ने सराहा। मोंटी नटराजन ने राधा -कृष्ण की रासलीला के गीतों की भी प्रस्तुति दी। साथी कलाकारों ने राधा-कृष्ण का रूप धारण कर सभी को आनंदित किया।

मातृशक्ति के महत्व का परिचय स्वतः हो जाता है : आटोलिया

भजन संध्या के पूर्व नपा द्वारा अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष नानालाल अटोलिया ने कहा कि नपा हर वर्ष शीतला सप्तमी पर्व पर महिलाओं के लिए जो मेला लगाती है, उससे मातृशक्ति के महत्व का परिचय स्वतः हो जाता है। देश व प्रदेश में सशक्त नेतृत्व के कारण महिला सशक्तिकरण की अवधारणा साकार हो रही है। बेटियां निरंतर सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं। विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुषमा आर्य ने कहा कि माता की पूजा-अर्चना विशेष महत्व रखती है।

शीतला सप्तमी हमें महामारी से बचाती है इसलिए आज के दिन की पूजा का विशेष महत्व है। कार्यक्रम में पूर्व नपाध्यक्ष कुसुम गुप्ता, पूर्व जिला पंचायत सदस्य किरण पारस मावर, समाजसेविका वृतिका पारीख, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष निर्मला गुप्ता ने भी संबाेधित किया। विशेष अतिथि के रूप में पूर्व नपा सभापति संध्या अरूण शर्मा, महिला मोर्चा पदाधिकारी बिंदु चंद्रे, सुनीता गुजरिया, किरण मंडोवरा, भावना जयप्रकाश पमनानी, अर्चना गुप्ता, वंदना भावसार भी मंचासीन थीं। नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर, उपाध्यक्ष नम्रता चावला, सभापति मंजू मालवीय सहित अन्य मौजूद थीं।

अंचल में भी दिखा उत्साह, माता मंदिरों में दिनभर चलता रहा पूजन- अर्चन का दाैर
अंचल में भी महिलाओं ने शीतला सप्तमी की पूर्व रात्रि में तैयार की ठंडी प्रसादी का भोग लगाया। होलिका दहन के 7 दिन बाद शीतला सप्तमी पर्व पर महिलाओं ने शीतला माता मंदिर पर विधि विधान से माता का पूजन किया। पूजन का सिलसिला अलसुबह 4 बजे से शुरू हुआ, जो रात 11 बजे तक चलता रहा।

7.51 लाख से मंदिर का किया जीर्णोद्धार, नवरात्रि में मंदिर में होगी मूर्ति स्थापना- गांव के एकमात्र शीतला माता मंदिर का जनसहयोग से जीर्णोद्धार कराया गया। पूर्व में यहां चबूतरा था, मंदिर समिति ने ग्रामीणों के सहयोग से 7.51 लाख से मंदिर का जीर्णोद्धार कराया। अब नवरात्रि में सप्तमी तिथि को शीतला माता मूर्ति की स्थापना की जाएगी। इस दौरान एक कुंडीय यज्ञ होगा। प्रतिपदा से सप्तमी तक भागवत कथा होगी। सप्तमी को यज्ञ पूर्णाहुति, शीतला माता मूर्ति स्थापना, भागवत पुराण समापन के साथ प्रसाद वितरित होगी। कथा का वाचन पं. श्वासानंद महाराज बर्डियाखेड़ी वाले करेंगे।

खबरें और भी हैं...