घाटी नीचे क्षेत्र में जारौली के पास क्वारी नदी के घाट पर बनाए गए स्टॉप डेम की रिटर्निंग वॉल का निर्माण जल संसाधन विभाग द्वारा ठेकेदार रवि राजावत से कराया जा रहा है, जिस पर तकरीबन एक करोड़ की राशि खर्च हो रही है। लेकिन ठेकेदार द्वारा इसका अत्यंत घटिया निर्माण कराया जा रहा है। एक तो इसमें चंबल नदी के प्रतिबंधित रेत का उपयोग हो रहा है, दूसरा जो सीमेंट लगाई जा रही है वह ‘सी ग्रेड’ है। विभाग के इंजीनियर निर्माण स्थल पर जाकर काम की गुणवत्ता तक चेक नहीं कर रहे।
यहां बता दें कि क्वारी नदी पर बने इस स्टॉप डैम का निर्माण 2021 में ही कंप्लीट हो चुका था। उस वक्त भी स्टॉप डैम की गुणवत्ता की जांच नहीं कराई गई। नतीजतन पिछले साल क्वारी नदी में आई बाढ़ में स्टॉप डैम बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और इसकी रिटर्निंग वॉल पानी के साथ बह गई। अब जल संसाधन विभाग ने दोबारा एक करोड़ रुपए की लागत से इसकी रिटर्निंग वॉल का निर्माण कार्य स्वीकृत किया है। लेकिन ठेकेदार द्वारा वाल की नींव डेढ़ फुट की गहराई पर खुदाई कर बनाई जा रही है, जिसमें सी-ग्रेड सीमेंट लगाई जा रही है।
मौके पर जाकर चेक करूंगा
ठेकेदार अगर रिटेनिंग वॉल के निर्माण में क्वालिटी का ध्यान नहीं रखा जा रहा और सी ग्रेड सीमेंट लगाई जा रही है तो मैं मौके पर जाकर स्वयं इसे देखूंगा। अगर कमी मिली तो ठेकेदार पर कार्रवाई करेंगे।
एसएस सिकरवार, एसडीओ, जल संसाधन विभाग
रेत पर कार्रवाई नहीं हुई, इसकी जांच कराऊंगा
ग्रामीणों द्वारा गेम रेंज ऑफिसर को चंबल के रेत से स्टॉप डेम की रिटेनिंग वॉल निर्माण की सूचना दी गई थी। रेंज ऑफिसर ने स्पॉट पर जाकर देखा तो फिर कार्रवाई क्यों नहीं की, इस संबंध मैं संबंधित अधिकारियों से जांच कराता हूं। जांच रिपोर्ट सही पाई गई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
स्वरूप दीक्षित, वनमंडलाधिकारी मुरैना
शिकायत पर वन रेंज अधिकारी मौके पर गए, चर्चा कर लौट आए क्वारी नदी की रिटर्निंग वॉल निर्माण में चंबल के रेत तथा सी-ग्रेड सीमेंट लगाए जाने की शिकायत जसपाल कुशवाह, रामचरण जाटव, पुरुषोत्तम कुशवाहा, कम्मोद कुशवाह ने की।
चंबल के रेत की जांच करने के लिए वन विभाग व चंबल अभयारण्य के रेंज ऑफिस मौके पर पहुंचे। निर्माण स्थल पर दर्जनों ट्रॉली चंबल का रेत पड़ा हुआ था। लेकिन अफसर ठेकेदार से चर्चा करके लौट आए। मामला तकरीबन एक सप्ताह पुराना है लेकिन वन विभाग के अफसर कार्रवाई करने के लिए नहीं पहुंचे।
मिट्टी की पार बनाकर रोक रहे नदी का पानी
यहां बताना जरूरी है कि घाटी नीचे क्षेत्र के लोग लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। जिस पर ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से पानी की समस्या के लिए आंदोलन किया गया। तब कहीं जाकर जारौली स्थित क्वारी नदी के घाट पर स्टॉप डेम बनाने की मंजूरी दी गई। इसके बाद ठेकेदार ने जुलाई 2021 में स्टॉप डेम बनाने का काम पूरा कर दिया।
लेकिन इससे कुछ समय बाद कुंवारी नदी में बाढ़ आने से स्टॉप डेम की रिटेनिंग वॉल टूट गई। तबसे आज तक मिट्टी की दीवार बनाकर पानी को रोका जा रहा था, लेकिन वह भी धराशाई हो गई। अब जल संसाधन विभाग के द्वारा उस पर मिट्टी डालकर पानी को रोकने का प्रयास किया जाता रहा। 2022 दिसंबर में जल संसाधन विभाग द्वारा स्टॉप डेम की रिटर्न बाल बनवाने के लिए ठेका लगभग एक करोड़ की लागत से रवि राजावत एवं उसके एक सहयोगी को दिया गया।
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