चंबल में डकैत गुड्‌डा के रिश्तेदारों का आतंक:6000 फीट पाइपलाइन उखाड़ी; 60 परिवार संकट में

रतन मिश्रा (मुरैना)7 महीने पहले
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चंबल डकैत तो डकैत उसके रिश्तेदार भी सिर उठा रहे हैं। मामला मुरैना के चांचौल गांव का है। यहां 60 हजार के इनामी डकैत गुड्‌डा के रिश्तेदारों ने पाइपलाइन उखाड़ दी। इससे गांव की 100 बीघा जमीन की सिंचाई होती थी।

चंबल में डकैत गुड्‌डा गुर्जर का टेरर तो है ही, उसके बलबूते रिश्तेदार भी आतंक मचा रहे हैं। रिश्तेदारों ने गांववालों का जीना मुश्किल कर रखा है। उन्होंने गुड्‌डा के साथ मिलकर खेतों में पगारा डैम से लाए गए पानी की 6 हजार फीट पाइपलाइन उखाड़ दी है। अब गांव के 60 परिवारों के खेतों में सिंचाई नहीं हो सकेगी। परेशान ग्रामीण गांव छोड़ने को मजबूर हैं।

रिश्तेदारों की दहशत पर पढ़िए रिपोर्ट...

चंबल के मुरैना का चांचौल गांव। यहां डकैत गुड्‌डा गुर्जर के रिश्तेदार पप्पू गुर्जर और मातादीन गुर्जर भी रहते हैं। पप्पू गुर्जर की बेटी की शादी डकैत गुड्‌डा के भतीजे के साथ हुई है। इस कारण दोनों समधी लगते हैं। गुड्‌डा के दम पर ही पप्पू और मातादीन टेरर दिखाते हैं। गांव वालों के मुताबिक उन्होंने गांव में वन विभाग की 300 बीघा जमीन पर कब्जा कर रखा है।

इसी जमीन पर गांव के करीब 60 परिवार मवेशी चराकर पेट पालते थे। गांववालों का कहना है कि सरकार इस जमीन को मुक्त कराकर उस पर प्लांटेशन कर दे। गुड्‌डा के रिश्तेदारों ने जमीन के चारों तरफ कंटीली झाड़ियां लगाकर कब्जा कर लिया है।

गुड्‌डा के रिश्तेदार पप्पू गुर्जर ने पगारा डैम से पानी लाने वाली पाइपलाइन उखाड़कर घर में रख ली है। गांव के 60 परिवारों के खेतों में सिंचाई का संकट खड़ा हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि पप्पू ने सरकारी जमीन पर कब्जा भी कर रखा है। इससे मवेशियों को चराने की जगह नहीं बची। सरकार को ये जमीन मुक्त कराकर प्लांटेशन कराना चाहिए।
गुड्‌डा के रिश्तेदार पप्पू गुर्जर ने पगारा डैम से पानी लाने वाली पाइपलाइन उखाड़कर घर में रख ली है। गांव के 60 परिवारों के खेतों में सिंचाई का संकट खड़ा हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि पप्पू ने सरकारी जमीन पर कब्जा भी कर रखा है। इससे मवेशियों को चराने की जगह नहीं बची। सरकार को ये जमीन मुक्त कराकर प्लांटेशन कराना चाहिए।

पुलिस में शिकायत करने पर डकैत ने पीटा था
ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिन पहले उन्होंने एसपी आशुतोष बागरी से पप्पू की शिकायत की थी। इसके बाद गुड्‌डा और उसके साथियों ने आकर उनके साथ मारपीट की। कहा- वे गांव खाली करके चले जाएं। नहीं जाएंगे, तो सबको मार डालेगा। इसके बाद से ग्रामीण काफी डरे हुए हैं। मंगलवार को भी गांव वाले दोबारा एसपी से शिकायत करने पहुंचे। यहां समय नहीं होने की बात कहकर एसपी नहीं मिले। इसके बाद उन्हें मायूस लौटना पड़ा।

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डकैतों ने सामने उखाड़ी पाइपलाइन
गांववालों का कहना है कि खेतों में सिंचाई के लिए पगारा डैम से पानी की 6000 फीट पाइपलाइन डली है। इसी पाइपलाइन की मदद से 60 परिवारों के खेतों पर भी सिंचाई होती है। पप्पू गुर्जर और मातादीन ने गुड्‌डा के बल पर पाइपलाइन ही उखाड़कर घर में रख ली है। वर्तमान में फसल खड़ी है। सिंचाई नहीं होने से फसल सूख जाएगी। ऐसे में इन परिवारों के भूखों मरने की नौबत आ गई है। गांव के लोगों ने बताया कि पाइपलाइन उखाड़ते समय गुड्‌डा डकैत के लोग वहां मौजूद रहे, जिससे गांववाले कुछ नहीं कह सके।

पहले इस प्रकार बिछी थी पाइपलाइन, जो पगारा डैम से आई थी। बाद में ये लाइन गुड्‌डा के रिश्तेदारों ने उखाड़ दी। जब पाइपलाइन उखाड़ी जा रही थी, तब डकैत गुड्‌डा के आदमी भी मौजूद थे। उनके खौफ के कारण गांववाले विरोध नहीं कर सके। इससे पहले गांववालों ने पुलिस में शिकायत की थी तो गुड्‌डा और उसके आदमियों ने ग्रामीणों से मारपीट की थी।
पहले इस प्रकार बिछी थी पाइपलाइन, जो पगारा डैम से आई थी। बाद में ये लाइन गुड्‌डा के रिश्तेदारों ने उखाड़ दी। जब पाइपलाइन उखाड़ी जा रही थी, तब डकैत गुड्‌डा के आदमी भी मौजूद थे। उनके खौफ के कारण गांववाले विरोध नहीं कर सके। इससे पहले गांववालों ने पुलिस में शिकायत की थी तो गुड्‌डा और उसके आदमियों ने ग्रामीणों से मारपीट की थी।

15 दिन पहले आया था गुड्‌डा
गांववालों ने बताया कि गुड्‌डा डकैत पहले गांव में ही रहता था। 15 दिन पहले भी वह गांव आया था। उनके साथ मारपीट कर और धमकी देकर चला गया था। शिकायत के बाद पुलिस एक्टिव हुई। इसके बाद गांव नहीं आया।

गुड्‌डा ने जंगल में बनवाया सिद्ध बाबा का मंदिर

ग्रामीणों का कहना है कि गुड्‌डा डकैत ने पगारा डैम और रोड रेंज के बीच सिद्ध बाबा का मंदिर बनवाया है। यह मंदिर 4 महीने पहले बनवाया है। इसमें सिद्ध बाबा, हनुमानजी और देवी जी की मूर्ति भी स्थापित करवाई है। गांववालों की मानें तो बारिश के दिनों में गुड्‌डा सिद्ध बाबा के मंदिर में ही रहा था। यहीं उसके खाने-पीने का सामान रखा रहता था। पप्पू और मातादीन गुर्जर उसकी सभी व्यवस्थाएं करते थे।

चांचौल गांव के लोग मंगलवार को एसपी ऑफिस शिकायत करने पहुंचे। एसपी आशुतोष बागरी नहीं मिले, तो वे गांव लौट गए। उनका कहना है कि गुड्डा पहले गांव में ही रहता था। अब जंगल में रहता है, जहां एक मंदिर भी बनवाया है। बारिश के दिनों में इसी मंदिर में रहता था। उसके खाने-पीने की व्यवस्था उसके रिश्तेदार पप्पू और मातादीन गुर्जर करते हैं।
चांचौल गांव के लोग मंगलवार को एसपी ऑफिस शिकायत करने पहुंचे। एसपी आशुतोष बागरी नहीं मिले, तो वे गांव लौट गए। उनका कहना है कि गुड्डा पहले गांव में ही रहता था। अब जंगल में रहता है, जहां एक मंदिर भी बनवाया है। बारिश के दिनों में इसी मंदिर में रहता था। उसके खाने-पीने की व्यवस्था उसके रिश्तेदार पप्पू और मातादीन गुर्जर करते हैं।

गांववालों से दूध मंगाकर बनवाता है रबड़ी
ग्रामीणों ने बताया कि गुड्‌डा गुर्जर रबड़ी का शौकीन है। वह आस-पास के गांववालों से दूध मंगवाकर रबड़ी बनवाता था। रबड़ी खाने की उसकी यह आदत अन्य गांवों के लोगों ने भी बताई। उन्होंने बताया कि जब वह अन्य गांवों में भी अवैध वसूली करने जाता था, तो वहां रबड़ी बनवाता है।

30 हजार से बढ़ाकर 60 हजार इनाम, अब जल्द 1 लाख
2020 तक डकैत गुड्‌डा पर 30 हजार रुपए का इनाम था, लेकिन 2022 आते-आते उसके अपराधों का ग्राफ इतना बढ़ गया कि इनाम बढ़ाकर डबल यानी 60 हजार रुपए कर दिया गया। इसके बाद अब विभाग ने मंत्रालय को 1 लाख रुपए इनाम घोषित करने की सिफारिश की है, जो जल्द ही हो जाएगी। पिछले 2 साल के अंदर गुड्‌डा डकैत ने ताबड़तोड़ अपराध किए, जिससे उस पर इनाम भी डबल कर दिया गया।

सिलसिलेवार पढ़िए गुड्डा गुर्जर से जुड़ी खबरें...

चिट्ठी भेजकर टेरर टैक्स मांगने वाले डकैत की कहानी
सरकार चंबल में डकैतों के खत्म होने के कितने ही दावे करे, लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी वहां कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर की दहशत है। 30 हजार से शुरू होकर 60 हजार रु. के इनामी डकैत बने गुड्‌डा ने 500-500 रुपए के टेरर टैक्स वसूली से शुरुआत की थी। बाद में वह 2-2 लाख रुपए तक का टेरर टैक्स क्रशर मालिकों से लेने लगा। गांव में एक हत्या करने के साथ ही उसके डकैत बनने की कहानी शुरू हुई थी। पढ़ें पूरी खबर।

चंबल में डकैत गुड्‌डा गुर्जर की दहशत

चंबल के कुख्यात और 60 हजार रुपए के इनामी डकैत गुड्‌डा गुर्जर ने चांचौल गांव के लोगों को गांव खाली करने की धमकी दी है। इस खबर की पुष्टि करने दैनिक भास्कर की टीम मुरैना शहर से लगभग 100 किमी दूर पहाड़गढ़ क्षेत्र के चांचौल गांव पहुंची। वहां बलवीर, नरेश गुर्जर सहित गांव के दर्जन भर ग्रामीणों ने इस बात को सच बताया। उन्होंने कहा कि डकैत ने उन्हें जमीन देने या फिर गांव खाली कर कहीं और बसने का फरमान सुनाया है। पूरी खबर पढ़ें।

डकैत गुड्डा गुर्जर को पकड़ने की तैयारी

60 हजार रुपए के इनामी गुड्डा गुर्जर को पकड़ने के लिए श्योपुर सहित 4 जिलों के 20 थानों की पुलिस अलर्ट पर है। पुलिस मुखबिर तंत्र के जरिए उनके मददगारों पर शिकंजा कसने में जुटी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश बाद सभी जिलों के एसपी ने मुरैना के गुड्डा गुर्जर गिरोह का क्षेत्र माने जाने वाले पहाड़गढ़ के जंगल से लगती सीमाओं को सील कर दिया है। साथ ही संबंधित थानों को अलर्ट पर रहने की हिदायत देते हुए उनको सतत सर्चिंग करते रहने को कहा है। पूरी खबर पढ़ें।

डकैत गुड्डा की गैंग का सफाया शुरू

'डकैत गुड्‌डा गुर्जर की वजह से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। उसका तुरंत सफाया कराे।' ये आदेश है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का। सीएम के आदेश के बाद मुरैना और श्योपुर जिलों की पुलिस एक्शन में आई। जॉइंट ऑपरेशन चलाकर गुड्‌डा के गिरोह के एक सदस्य का मकान ध्वस्त कर दिया। मुख्यमंत्री शिवराज ने गुरुवार को VIDEO कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यह आदेश दिए थे। सीएम का आदेश मिलते ही एडीजी राजेश चावला अन्य अधिकारियों के साथ मुरैना के पहाड़गढ़ पहुंचे। यहां मुरैना-श्योपुर एसपी के साथ बॉर्डर पर ही बैठक की। उन्होंने डकैत गुड्‌डा के सफाया के लिए जॉइंट ऑपरेशन चलाने के आदेश दिए। पूरी खबर पढ़ें।

शादी के लिए किया था लड़की के चाचा का अपहरण

चंबल में कुख्यात डकैत ने अपने से 30 साल छोटी लड़की से शादी के लिए उसके चाचा का अपहरण कर लिया था। डकैत पर 60 हजार रुपए का इनाम है। लड़की के पिता को धमकी दी है कि बात नहीं मानी तो भाई को जान से मार देंगे। डकैत का नाम है गुड्‌डा गुर्जर। इस समय वह ग्वालियर-चंबल संभाग का सबसे खूंखार डकैत है। इस पर हत्या, लूट व अपहरण सहित लगभग तीन दर्जन मामले विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज हैं। इसकी न केवल मुरैना बल्कि धौलपुर (राजस्थान), भिंड, ग्वालियर तथा शिवपुरी पुलिस को तलाश है। पूरी खबर पढ़ें।