ग्राउंड रिपोर्टचिट्ठी भेजकर टेरर टैक्स मांगने वाले डकैत की कहानी:कभी 500 रु. गुंडा टैक्स वसूलता था गुड्‌डा गुर्जर, अब चंबल का कुख्यात

रतन मिश्रा। मुरैना7 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

सरकार चंबल में डकैतों के खत्म होने के कितने ही दावे करे, लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी वहां कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर की दहशत है। 30 हजार से शुरू होकर 60 हजार रु. के इनामी डकैत बने गुड्‌डा ने 500-500 रुपए के टेरर टैक्स वसूली से शुरुआत की थी। बाद में वह 2-2 लाख रुपए तक का टेरर टैक्स क्रशर मालिकों से लेने लगा। ग्वालियर के कारोबारियों को डाक से पत्र भेजकर टेरर टैक्स की मांग करने लगा। गांव में एक हत्या करने के साथ ही उसके डकैत बनने की कहानी शुरू हुई थी।

मुरैना से ग्वालियर की ओर जाते वक्त हाईवे किनारे जड़ेरुआ गांव पड़ता है। इसी गांव के रास्ते आगे जाने पर लोहागढ़ गांव है। यही गांव गुड्‌डा गुर्जर का है। चार भाई और तीन बहनों में गुड्‌डा आपराधिक प्रवृत्ति का निकला। शुरुआती जीवन में उसने छोटे-मोटे अपराध किए और बाद में वह धीरे-धीरे अपराध की दुनिया में उतरता चला गया। अब मंत्रालय ने उस पर घोषित इनाम की राशि बढ़ाकर 1 लाख रुपए करने का प्रस्ताव बनाया है।

चंबल का यह डकैत हाल ही में उस वक्त चर्चा में आया, जब उसने चांचुल गांव को खाली करने का फरमान सुनाते हुए लोगों को धमकाया। जिसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 'डकैत गुड्‌डा गुर्जर की वजह से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। उसका तुरंत सफाया करो।' सीएम के आदेश के बाद मुरैना और श्योपुर जिलों की पुलिस एक्शन में आई। जॉइंट ऑपरेशन चलाकर गुड्‌डा के गिरोह के सदस्य का मकान ध्वस्त कर दिया। दैनिक भास्कर ने गुड्‌डा के डकैत बनने की कहानी पता की, पढ़िए ये रिपोर्ट...

हत्या के बाद रखा डकैतों की दुनिया में कदम...
4 अक्टूबर 2017 में बानमोर के पहाड़ी गांव के जखौदा निवासी जितेंद्र सिंह गुर्जर अपने भाई बंटी गुर्जर के साथ घिरकाई में गाय-भैंस चराने गया था। इसी दौरान गुड्‌डा और उसके साथी केशव गुर्जर, विजय सिंह, भारत सिंह (तीनों भाई निवासी जड़ेरुआ गांव) और बल्ली गुर्जर (निवासी पहाड़ी गांव) ने जितेंद्र और बंटी को घेर लिया। उन्हें पीटा और जब वे भागने लगे तो पीछे से जितेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्याकांड में कोर्ट ने 4 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। इनमें गुड्‌डा गुर्जर फरार चल रहा है। बल्ली को उम्रकैद नहीं हुई।

गुड्‌डा गुर्जर की गैंग में स्थाई सदस्य नहीं है। वह अपनी गैंग के सदस्य बदलता रहता है। जैसे ही उसे मध्यप्रदेश में खतरा महसूस होता है, तो वह मध्यप्रदेश की सीमा पार कर राजस्थान और उत्तर प्रदेश चला जाता है।
गुड्‌डा गुर्जर की गैंग में स्थाई सदस्य नहीं है। वह अपनी गैंग के सदस्य बदलता रहता है। जैसे ही उसे मध्यप्रदेश में खतरा महसूस होता है, तो वह मध्यप्रदेश की सीमा पार कर राजस्थान और उत्तर प्रदेश चला जाता है।

तीन दर्जन से ऊपर अपराध दर्ज
हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गुड्‌डा गुर्जर अपराध की दुनिया में उतरता चला गया और लगातार अपराध करने लगा। इनमें लूट और मारपीट मुख्य रूप से शामिल हैं। आज की स्थिति में उस पर तीन दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। बाद में धोवनी गांव में फायरिंग कर लोगों को डर दिखाकर 500-500 रुपए टेरर टैक्स मांगने लगा। उसका हौसला बढ़ता गया और एक दिन ऐसा आया कि उसने क्रशर मालिकों से 10 लाख रुपए तक की डिमांड रख दी। बाद में क्रशर मालिकों ने दो-दो लाख रुपए प्रति महीने का टेरर टैक्स देना शुरू कर दिया।

लोहागढ़ गांव का मंदिर। यहां डकैत पूजा करने आता रहता है। मंत्रालय ने डकैत पर घोषित इनाम की राशि बढ़ाकर 1 लाख रुपए करने का प्रस्ताव बनाया है।
लोहागढ़ गांव का मंदिर। यहां डकैत पूजा करने आता रहता है। मंत्रालय ने डकैत पर घोषित इनाम की राशि बढ़ाकर 1 लाख रुपए करने का प्रस्ताव बनाया है।

डाक से चिट्‌ठी भेजकर ग्वालियर के व्यापारियों से मांगा टेरर टैक्स
गुड्‌डा डकैत ने ग्वालियर जिले के चीनोर में व्यापारियों से टेरर टैक्स की मांग की। उसने व्यापारियों से 25-25 हजार रुपए की मांग डाक द्वारा पत्र भेजकर की थी। रुपए न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।

मजदूरों को अगवा कर पर्ची थमाई, लिखा- पटिया वाले की जय...
जनवरी 2020 की रात सुमावली थाना क्षेत्र में अंबिकेश्वर मंदिर के पास सड़क निर्माण का काम चल रहा था। वहां मजदूरों पर गुड्‌डा की गैंग ने धावा बोल दिया। 9 मजदूरों का अपहरण कर उन्हें पीटते हुए जंगल में ले गए। डकैत बिस्तर तक छीनकर भाग गए थे। जिन मजदूरों का अपहरण किया, उसने उनके कपड़े तक उतरवा लिए और चड्‌डी बनियान में वापस भेजा था। जाते-जाते वह एक पर्ची थमा गया था, जिस पर लिखा था- पटिया वाले की जय, तीन लाख रुपए ठेकेदार जब दे देगा, तब ही काम शुरू करें।

एमपी में अपराध कर यूपी-राजस्थान की सीमा में भाग जाता गुड्‌डा
गुड्‌डा गुर्जर की गैंग में स्थाई सदस्य नहीं है। वह अपनी गैंग के सदस्य बदलता रहता है। जैसे ही उसे मध्यप्रदेश में खतरा महसूस होता है, तो वह मध्यप्रदेश की सीमा पार कर राजस्थान और उत्तर प्रदेश चला जाता है। इससे मध्यप्रदेश की पुलिस उसे नहीं खोज पाती।

साथी डकैत करुआ गुर्जर का टूटा मकान। इसे हाल ही में पुलिस ने तोड़ा है। करुआ गुर्जर गुड्डा की गैंग में कुछ दिनों पहले ही जुड़ा था।
साथी डकैत करुआ गुर्जर का टूटा मकान। इसे हाल ही में पुलिस ने तोड़ा है। करुआ गुर्जर गुड्डा की गैंग में कुछ दिनों पहले ही जुड़ा था।

30 हजार से बढ़कर 60 हजार इनाम, अब जल्द 1 लाख
2020 तक डकैत गुड्‌डा पर 30 हजार रुपए का इनाम था, लेकिन 2022 आते-आते उसके अपराधों का ग्राफ इतना बढ़ गया कि इनाम बढ़ाकर डबल यानी 60 हजार रुपए कर दिया गया। इसके बाद अब विभाग ने मंत्रालय को 1 लाख रुपए इनाम घोषित करने की सिफारिश की है, जो जल्द ही हो जाएगी। पिछले दो साल के अंदर गुड्‌डा डकैत ने ताबड़तोड़ अपराध किए, जिससे उस पर इनाम भी डबल कर दिया गया।

गुड्‌डा गुर्जर के मकान का टूटा कमरा। डकैत पहले इसी मकान में रहा करता था। इस मकान को प्रशासन ने तीन साल पहले तोड़ा था।
गुड्‌डा गुर्जर के मकान का टूटा कमरा। डकैत पहले इसी मकान में रहा करता था। इस मकान को प्रशासन ने तीन साल पहले तोड़ा था।

राजस्थान के 2 लाख के इनामी डकैत से संबंध
डकैत गुड्‌डा गुर्जर की गैंग में शामिल बिलस्टर गुर्जर, संजय गुर्जर व अन्य को पुलिस ने पकड़कर जेल में डाल दिया है। इसके बावजूद उसे राजस्थान के कुख्यात डकैत केशव गुर्जर (दो लाख का इनामी) और जगन गुर्जर से उसके अच्छे संबंध हैं। वह उनके निरंतर संपर्क में रहता है।

सिलसिलेवार पढ़िए गुड्डा गुर्जर से जुड़ी खबरें...

चंबल में डकैत गुड्‌डा गुर्जर की दहशत

चंबल के कुख्यात और 60 हजार रुपए के इनामी डकैत गुड्‌डा गुर्जर ने चांचौल गांव के लोगों को गांव खाली करने की धमकी दी है। इस खबर की पुष्टि करने दैनिक भास्कर की टीम मुरैना शहर से लगभग 100 किमी दूर पहाड़गढ़ क्षेत्र के चांचौल गांव पहुंची। वहां बलवीर, नरेश गुर्जर सहित गांव के दर्जन भर ग्रामीणों ने इस बात को सच बताया। उन्होंने कहा कि डकैत ने उन्हें जमीन देने या फिर गांव खाली कर कहीं और बसने का फरमान सुनाया है। पूरी खबर पढ़ें।

डकैत गुड्डा गुर्जर को पकड़ने की तैयारी

60 हजार रुपए के इनामी गुड्डा गुर्जर को पकड़ने के लिए श्योपुर सहित 4 जिलों के 20 थानों की पुलिस अलर्ट पर है। पुलिस मुखबिर तंत्र के जरिए उनके मददगारों पर शिकंजा कसने में जुटी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश बाद सभी जिलों के एसपी ने मुरैना के गुड्डा गुर्जर गिरोह का क्षेत्र माने जाने वाले पहाड़गढ़ के जंगल से लगती सीमाओं को सील कर दिया है। साथ ही संबंधित थानों को अलर्ट पर रहने की हिदायत देते हुए उनको सतत सर्चिंग करते रहने को कहा है। पूरी खबर पढ़ें।

डकैत गुड्डा की गैंग का सफाया शुरू

'डकैत गुड्‌डा गुर्जर की वजह से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। उसका तुरंत सफाया कराे।' ये आदेश है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का। सीएम के आदेश के बाद मुरैना और श्योपुर जिलों की पुलिस एक्शन में आई। जॉइंट ऑपरेशन चलाकर गुड्‌डा के गिरोह के एक सदस्य का मकान ध्वस्त कर दिया। मुख्यमंत्री शिवराज ने गुरुवार को VIDEO कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यह आदेश दिए थे। सीएम का आदेश मिलते ही एडीजी राजेश चावला अन्य अधिकारियों के साथ मुरैना के पहाड़गढ़ पहुंचे। यहां मुरैना-श्योपुर एसपी के साथ बॉर्डर पर ही बैठक की। उन्होंने डकैत गुड्‌डा के सफाया के लिए जॉइंट ऑपरेशन चलाने के आदेश दिए। पूरी खबर पढ़ें।

शादी के लिए किया था लड़की के चाचा का अपहरण

चंबल में गुड्‌डा गुर्जर ने अपने से 30 साल छोटी लड़की से शादी के लिए उसके चाचा का अपहरण कर लिया था। लड़की के पिता को धमकी दी कि बात नहीं मानी तो भाई को जान से मार देंगे। पूरी खबर पढ़ें।