'हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े तक नहीं हो सकते। गली से गुजरने वाला हर शख्स हमें बुरी नजरों से देखता है, जैसे हम भी धंधेवाली हों...।' यह कहते हुए 40 साल की साधना गौर की आंखों में आंसू आ गए। ये आपबीती साधना की ही नहीं, बल्कि उनके मोहल्ले में रहने वाली हर महिला और हर लड़की की है।
हम बात कर रहे हैं मुरैना शहर के बीचों बीच बसे ताल का पुरा मोहल्ले की। आरोप है कि यहां रोड से कुछ मीटर दूर 2 मकानों में सेक्स रैकेट चल रहा है। यहां दिन-रात लोगों का आना-जाना लगा रहता है।
मोहल्ले के लोगों से शिकायत मिलने पर दैनिक भास्कर की टीम मौके पर पड़ताल के लिए पहुंची। जैसे ही हम रामनगर तिराहे पर पहुंचे, मोहल्ले के कुछ लोग मिल गए। उन्होंने बताया कि अंदर गली में चलना है। हम उनके साथ चल दिए।
गली में जाकर देखा तो और भी लोग अपने घरों के बाहर खड़े थे। कुछ लोग बीच गली में खड़े थे। उन्होंने हाथ से इशारा करते हुए बताया कि इसी गली में आगे चलने पर सामने के 2 घरों में प्रॉस्टिट्यूशन हो रहा है। हमारी टीम इन घरों के पास पहुंची। काफी देर तक खड़े रहे, लेकिन घरों से कोई बाहर नहीं निकला। वहां कोई हलचल नहीं थी।
लोग बोले, हमारी बच्चियों को देखकर गलत हरकत करते हैं
साधना गौर ने अपने घर की ओर इशारा करते हुए बताया कि यह हमारा मकान है। उनके घर के सामने से ही गलत लोगों का आना-जाना दिनभर लगा रहता है। ऐसा कई बार हुआ जब बच्चियां दरवाजे पर खड़ी थीं, तो गलत लोग उन्हें देखकर नाली की ओर मुंह कर टॉयलेट करने लगे। शुरुआत में एक-दो बार जब ऐसा हुआ, तो बच्चियों ने कुछ नहीं बताया, लेकिन जब ऐसा कई बार हुआ, तो हमें बताया। फिर उन्होंने बाहर खड़ा होना बंद कर दिया। यही बात मोहल्ले के दूसरे लोगों ने भी दोहराई।
साधना ने बताया, कई बार ऐसा भी हुआ कि बच्चियां या हम बाहर खड़े होते हैं तो लोग आकर हमसे ही पूछने लगते हैं कि धंधा कहां होता है। काफी शर्म महसूस होती है, इसलिए बाहर निकलना ही बंद कर दिया है।
जब हमने पूछा कि पुलिस को क्यों नहीं बताया? जवाब मिला- बता चुके हैं, पुलिसवाले कुछ नहीं करते हैं। कुछ दिन पहले हम शिकायत लेकर सीएसपी अतुल सिंह के पास गए थे। सीएसपी ने भरोसा दिलाया था कि प्रॉस्टिट्यूशन बंद करा दिया जाएगा, लेकिन पुलिस नहीं आई।
कैमरे लगाए, तो पुलिस ने हटवा दिए
रजनीश कार्को ने बताया कि जब पुलिस और प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली, तो हमने खुद के खर्च पर अपने दरवाजों के सामने सीसीटीवी लगवा दिए। वो इसलिए कि अगर कोई घटना होती है, तो कम से कम पुलिस के सामने अपना पक्ष रखने के दौरान सबूत दे सकें। प्रॉस्टिट्यूशन करने वालों ने स्टेशन रोड थाने में इन कैमरों को लेकर शिकायत कर दी। पुलिस वहां पहुंची और कैमरे हटाने को कहा। कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने पीटा। इसकी शिकायत भी हमने सीएसपी अतुल सिंह से की है।
छात्राओं ने कोचिंग आना छोड़ा
इसी गली में माता प्रसाद गौर की विराज नाम से कोचिंग है। माता प्रसाद गौर दिव्यांग हैं। क्लास 8th से 12 तक के छात्र-छात्राओं को पढ़ाते हैं। गली में दिन-रात निकलने वाले आवारा किस्म के लोग उनके यहां पढ़ने आने वाली छात्राओं पर भी कमेंट करते हैं। उन्हें अश्लील इशारे करते हैं। पेरेंट्स ने अपनी उनको इस कोचिंग में भेजना बंद कर दिया है।
कई सालों से चल रहा धंधा
साधना गौर ने बताया कि यह धंधा पिछले कई साल से चल रहा है। हमने कई बार स्टेशन रोड थाना पुलिस को इसकी शिकायत की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अब हम पूरी तरह से थक चुके हैं। कोई हमारी मदद नहीं कर रहा है। एक बार नहीं कई बार पुलिस के पास गए, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी।
कार्रवाई जरूर करेंगे
मुरैना CSP अतुल सिंह का कहना है कि हमने सच्चाई को जानने के लिए कुछ इंफॉर्मर लगाए हैं, जो जल्द ही हमें पूरी जानकारी देंगे। इसके बाद हम इस मामले में कुछ न कुछ कार्रवाई जरूर करेंगे।
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CSP से महिलाएं बोलीं- दरवाजे पर खड़े नहीं हो सकते हम लोग
मुरैना के बीचों-बीच रामनगर के ताल का पुरा रोड पर प्रॉस्टिट्यूशन की जा रही है। इससे माहौल इतना गंदा हो गया कि आस-पास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया। उनके घर की महिलाएं घर के बाहर खड़ी नहीं हो सकतीं। उन्होंने जब अपने घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवा लिए, तो स्टेशन रोड थाना पुलिस पहुंची और उनसे कैमरे हटाने को कहा। जब विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें हड़काया। स्टेशन रोड थाने की पुलिस की इस हरकत पर मोहल्ले की महिलाएं CSP अतुल सिंह के पास पहुंचीं। हाथ जोड़ते हुए कहा कि अब पुलिस भी उनका ही साथ दे रही है, तो बताओ कहां जाएं? पढ़िए, पूरी खबर
हाईकोर्ट ने कहा- ग्राहक की सहभागिता के बिना वेश्यावृत्ति संभव नहीं
ग्वालियर में देह व्यापार के मामले में हाईकोर्ट ने एक अहम टिप्पणी दी। हाईकोर्ट का साफ कहना है कि ग्राहक की सहभागिता के बिना वेश्यावृत्ति संभव नहीं है। यह टिप्पणी एक महीने पहले शहर के पड़ाव इलाके स्थित होटल मयूर से पकड़े गए सेक्स रैकेट के संबंध में दी गई है। सेक्स रैकेट में लड़कियों के साथ पकड़े गए एक युवक की जमानत याचिका पर यह सुनवाई हुई थी। वेश्यावृत्ति में सहभागिता का हवाला देते हुए कोर्ट ने याचिकाकर्ता की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट का कहना है कि होटल में मिली लड़कियां अपनी मर्जी से वेश्यावृत्ति नहीं करने आई होंगी। उन्हें मजबूर किया गया होगा। अभी यह मामला जांच में है। पढ़िए, पूरी खबर
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