नर्मदापुरम जिले की सिवनी मालवा में भारतीय किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम अनिल जैन को सौंपा है। ज्ञापन में बताया कि तवा बांध से निकलने वाली दाई तरफ मुख्य नहर में मोरंड नदी से गंजाल नदी के बीच अमलाडा कला, परसवाड़ा, चौकी माफी, साहपुर, लिलाड़िया की लगभग 3000 हेक्टेयर जमीन जो दाई तट नहर से लगा हुआ हिस्सा है। इन किसानों को निजी साधन ट्यूबेल एवं हुए से सिंचाई करनी पड़ती है। जिनमें पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं होने से और साथ ही बिजली उपलब्ध नहीं होने से किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। फसलें सूख जाती है जिससे उत्पादन में भारी कमी आती है।
सर्वे कराकर समस्या का निराकरण किया जाए
आर्थिक रूप से कमजोर होकर कर्ज लेने पर मजबूर हो रहा है। वर्तमान समय में कुछ किसानों द्वारा अधिक तापमान और पानी की कमी के कारण फूलों का नुकसान हो कर फसलें बर्बाद हो गई। नहर की मांग को लेकर क्षेत्र के किसानों ने पूर्व मंत्री सरताज सिंह से भी बार-बार मांग की थी। आश्वासन मिलने के बाद भी किसानों की ज्वलंत समस्या की ओर किसी भी जनप्रतिनिधि ने ध्यान नहीं दिया। मध्य प्रदेश सरकार के प्रति किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। किसानों की समस्याओं का सर्वे कराकर नहर निर्माण का रास्ता प्रशस्त किया जाए। जिससे किसान आसानी से कृषि कार्य को सुचारू रूप से कर सकें।
नेताओं की बंद करेंगे गांव में एंट्री
भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियों ने चेतावनी भी दी कि किसानों की प्रमुख समस्या को गंभीरता पूर्वक लेकर हल किया जाए। अन्यथा, क्षेत्र में चुनाव के दौरान विरोध किया जाएगा। साथ ही क्षेत्र में राजनीतिक दलों के नेताओं का प्रवेश गांव-गांव में बंद किया जाएगा। ज्वलंत मुद्दे का शीघ्र ही निराकरण नहीं होता है तो भारतीय किसान यूनियन उग्र आंदोलन धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगा, कानून व्यवस्था की स्थिति ना बिगड़े इससे पूर्व समाधान किया जाए।
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