भाजपा नेता और पूर्व सीएम उमा भारती शराबबंदी को लेकर लगातार बयान जारी कर रही हैं। इस बार उमा ने सागर के देवरी में शराब दुकान पर पत्थरबाजी करने वाली महिलाओं को चेताया है। उन्हें पत्थरबाजी से बचने की सलाह देते हुए 6 दिसंबर को अयोध्या में हुई घटना का उदाहरण दिया है। वहीं कांग्रेस ने उमा के इस बयान पर सवाल खड़े करते हुए हमला बोला है। भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने शनिवार रात सोशल मीडिया पर बयान जारी कहा कि "पत्थर आखिरी विकल्प है किंतु फिर भी वह अपराध है, जैसे 6 दिसंबर की अयोध्या की घटना थी। हम सब पर केस चले थे। हमने इसका सामना किया था।' अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को लाखों की संख्या में पहुंचे कारसेवकों ने गिरा दिया था। उमा भारती ने मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर मोर्चा खोल रखा है। वे लगातार शिवराज सरकार पर हमला कर रही हैं। भोपाल में उनके द्वारा शराब की दुकान पर पत्थर मारने की घटना के बाद अब आम लोग भी पत्थर उठाने लगे हैं। हाल ही में उमा भारती ने नई शराब नीति पर सवाल उठाए थे।
उमा ने माना 6 दिसंबर की घटना अपराध, लेकिन भाजपा गौरव बताती है : नरेंद्र सलूजा
इसको लेकर कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि उमा भारती जी के इस ट्वीट की सनसनीखेज़ व देश-प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला देने वाली बातें कहीं हैं। उन्होंने अपने 6 दिसम्बर की अयोध्या की घटना को अपराध बताया और यह भी माना कि इस अपराध के कारण उन पर केस चला था। लेकिन भाजपा तो उसे गौरव बताती है…?
मैं एफआईआर के लिए तैयार थी, दुकान के मालिक ने मेरे प्रति सम्मान दिखाया
उमा ने लिखा था कि "देवरी में इस शराब की दुकान पर महिलाएं एवं नागरिक कई वर्षों से दुकान को हटाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। महिलाओं व सभी नागरिकों द्वारा आपत्ति करने पर भी उसे नहीं हटाया गया। भोपाल की 8 मार्च 22 की बरखेड़ा पठानी आजाद नगर की घटना में मुझे एफआईआर का सामना करना पड़ता, जिसके लिए मैं तैयार थी। शराब दुकान के मालिक ने मेरे प्रति अत्यधिक सम्मान के कारण एफआईआर नहीं करवाई।
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