मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीन के डोज का आकड़ा 8 करोड़ के पार हो गया है। प्रदेश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का अभियान शुरू हुआ था। 22 नवंबर तक प्रदेश में 8 करोड़ 37 हजार कुल टीके लगाए जा चुके है। पहले 1 करोड़ डोज लगने में 129 दिन का समय लगा था। इसके बाद दूसरे 1 करोड़ डोज लगने में 35 दिन और तीसरे 1 करोड़ डोज लगने में 31 दिन का समय लगा था। सितंबर में लोग टीकाकरण कराने के लिए आगे आए। यहीं कारण है कि चौथा एक करोड़ डोज लगने में 27 और पांचवा और छठवां एक करोड़ डोज लगने में 15 और 16 दिन का समय लगा। इसके बाद लोगों के टीका लगाने में रूचि नहीं दिखाने के कारण सातवां एक करोड़ डोज लगने में 34 दिन का समय लगा। लेकिन अब फिर लोग वैक्सीन लगाने के लिए आगे आ रहे है। यहीं कारण है कि 7 से 8 करोड़ डोज महज 22 दिन में ही लग गए है।
डोज की संख्या | तारीख | दिन |
0 से एक करोड़ | 24 मई | 129 |
1 से 2 करोड़ | 28 जून | 35 |
2 से 3 करोड़ | 29 जुलाई | 31 |
3 से 4 करोड़ | 25 अगस्त | 27 |
4 से 5 करोड़ | 9 सितंबर | 15 |
5 से 6 करोड़ | 25 सितंबर | 16 |
6 से 7 करोड़ | 29 अक्टूबर | 34 |
7 से 8 करोड़ | 20 नवंबर | 22 |
पहला डोज 5.06 करोड़ लोगों को लगा
प्रदेश में अब तक कुल डोज 8 करोड़ 37 हजार 319 लगे है। इसमें पहला डोज 5.06 करोड़ ऑर दूसरा डोज 2.94 करोड़ लोगों को लगा है। शनिवार को रात 8 बजे तक 7.11 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाई। 18 से 44 वर्ष उम्र के 5.04 करोड़ लागों को वैक्सीन लगी है। वहीं, 45 से 60 वर्ष उम्र के 1.87 करोड़ और 60 वर्ष से अधिक उम्र के 1.08 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगी है।
इंदौर में सबसे ज्यादा टीक लगे
प्रदेश में सबसे ज्यादा टीके इंदौर में 53.13 लाख लगे है। इसके बाद जबलपुर में 34.26 लाख, भोपाल में 34.07 लाख, सागर में 25.99 लाख और रीवा में 25.88 लाख वैक्सीन के डोज लगे है।
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