हिमालय से ठंडी हवा आने के कारण मध्यप्रदेश में रात के पारे में गिरावट हुई है। सबसे ज्यादा कम तापमान पचमढ़ी और रायसेन में 9 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि, सबसे ज्यादा तापमान की गिरावट खरगोन में 5 डिग्री और भोपाल में 3.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट रही। खरगोन में न्यूनतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस और भोपाल में 12.4 डिग्री सेल्सियस रहा। ग्वालियर, जबलपुर और इंदौर में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि अभी तीन दिन तक इसी तरह तापमान में गिरावट रहेगी। यानी आने वाली तीन दिन तक रात का पारा और नीचे जाएगा। प्रदेश में लगभग सभी जगह न्यूनतम तापमान करीब 14 डिग्री के आसपास आ गया। तापमान कम होने से नवंबर में कुछ जगहों पर बारिश की भी संभावना मौसम विभाग ने जताई है।
पचमढ़ी और रायसेन में 9 पर आया पारा
ठंडी हवा के कारण सबसे ज्यादा तापमान पहाड़ी और वन क्षेत्र में गिरे हैं। इसी कारण पचमढ़ी और रायसेन में रात का पारा 9 डिग्री तक आ गया। पचमढ़ी में सबसे कम 9 और रायसेन में 9.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। उमरिया और मंडला में भी यह 11 के नीचे तक पहुंच गया। मौसम विभाग की माने तो अगले दो तीन दिन में 2 से लेकर 3 डिग्री तक तापमान नीचे आएगा। पचमढ़ी और रायसेन में 6 डिग्री तक तापमान हो सकता है।
भोपाल सीजन में दूसरी बार इतना सर्द
राजधानी में शनिवार-रविवार की रात न्यूनतम पारा 13 डिग्री के नीचे 12.4 डिग्री पर पहुंच गया। अक्टूबर में यह 12.2 डिग्री तक आ गया था। भोपाल में नवंबर का न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड 9 डिग्री सेल्सियस तक रहा। अगर इसी तरह ठंड रही तो यह रिकॉर्ड इस साल टूट सकता है।
इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में पारा 14 के नीचे
प्रदेश के तीन प्रमुख शहरों इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में भी पारा 14 डिग्री के नीचे आ गया। जबलपुर में रात का तापमान सबसे कम 12 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से करीब साढ़े 3 डिग्री कम है। अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस रहा। इंदौर में रात का पारा करीब एक डिग्री लुढ़ककर 13.9 डिग्री पर आ गया, जबकि दिन का तापमान 29.3 डिग्री रहा। ग्वालियर में न्यूनतम तापमान में एक डिग्री से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। रात का पारा 12.6 डिग्री और दिन का पारा 30.3 डिग्री रहा।
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