मध्यप्रदेश में काेरोना के केस बढ़ने की वजह से 5वीं तक के स्कूल अभी नहीं खुलेंगे। परीक्षा पहली प्राथमिकता है। मई में परीक्षा खत्म हाेने के बाद कोरोना की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद स्कूल खोलने या बंद रखने का निर्णय लिया जाएगा।
प्रदेश में लगातार केस बढ़ रहे हैं। भोपाल और इंदौर में अधिक प्रभाव है। इसे देखते हुए हर सप्ताह समीक्षा कर रहे हैं। उसी के आधार पर बड़ी क्लास को खोले जाने का निर्णय किया जाएगा, लेकिन छोटे बच्चों की क्लास को अभी नहीं खोला जाएगा।'
परीक्षा खत्म के बाद ही नया सत्र शुरू करने पर निर्णय लिया जाएगा
मंत्री ने कहा कि अभी तो परीक्षा आयोजित कराना पहली प्राथमिकता है। सरकारी और निजी दोनों ही स्कूल के लिए गाइडलाइन जारी है। जहां तक 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा का सवाल है, तो वे ऑफलाइन ही होंगी।
उन्होंने कहा कि यह उनके भविष्य का सवाल है। हालांकि निजी स्कूलों को एग्जाम और अन्य क्लास की परीक्षा को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से कराने की छूट दी है। वे अपनी सुविधा और गाइडलाइन का पालन करने हुए निर्णय ले सकते हैं। परीक्षा संपन्न होने के बाद ही नया सत्र प्रारंभ करने का विचार किया जाएगा।
मनमानी फीस नहीं वसूल सकेंगे निजी स्कूल: परमार
मंत्री परमार ने कहा कि अभी तक निजी स्कलों पर अंकुश लगाने के लिए कोई दिशा-निर्देश या कानून नहीं था। अब नए प्रावधान के अनुसार स्कूल मनमानी फीस नहीं ले सकेंगे। अगर कोई स्कूल फीस बढ़ाना चाहता है, तो उसे पहले शासन से अनुमति लेना होगा। इसके लिए उसने फीस बढ़ाने का कारण बताना होगा। जहां तक कोर्स की बात है, तो उस पर भी सरकार कार्य कर रही है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.