मध्यप्रदेश में एक बार फिर मानसून सक्रिय होने जा रहा है। अभी एक सिस्टम महाराष्ट्र में बना हुआ है। इसके कारण अगले दो दिन तक गुजरात और राजस्थान से लगे 5 जिलों में अच्छी बारिश हो सकती है। वहीं 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर के बीच प्रदेश के कुछ जिलों में तेज बारिश होगी जबकि भोपाल, जबलपुर ओर होशंगाबाद में गरज-चमक के साथ रिमझिम बारिश की संभावना है।
वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि अभी एक सिस्टम महाराष्ट्र के मध्य में बन रहा है। इसके कारण इंदौर, उज्जैन, अलीराजपुर, रतलाम और देवास में बारिश हो रही है। यह सिस्टम अगले दो दिन में मूव होकर अरब सागर के तट पर पहुंचेगा। 30 को यह स्ट्रॉन्ग हो जाएगा। इसके कारण 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर के बीच प्रदेश भर में हल्की बारिश होगी। ज्यादा पानी गुजरात और राजस्थान से सटे जिलों में ही गिरेगा। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बन रहा है, जिससे 3 अक्टूबर तक ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभागों में हल्की बारिश होगी।
यहां बारिश हुई
बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश भर में कई जगहों पर बारिश हुई है। देवास के हटपीपल्या में 3 इंच, बागली में 2 इंच, टोंकखुर्द में 1.5 इंच, रतलाम के बाजना में 2 इंच, रावटी में 1 इंच, मुरैना के पोरसा में 2 इंच, सबलगढ़ में 1 इंच, बड़वानी के वरला में 1.5 इंच, ठीकरी में 21, अलीराजपुर में 1 इंच, सीहोर के जावर में 1.5 इंच, भिंड के गोरमी में 1 इंच, आगर सिटी में 1 इंच, खरगोन सिटी, गोगांवां और सनावद 1-1 इंच, झाबुआ के राणापुर में 1 इंच, बुरहानपुर के सिटी में 1 इंच, धार के गंधवानी, इंदौर, महू, मंदसौर, श्योपुर कलां, ग्वालियर, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, बैतूल, शिवपुरी, खण्डवा और भोपाल, सागर, बालाघाट, रीवा, कटनी, छिंदवाड़ा और पन्ना में पानी गिरा।
अब सिर्फ 9 जिले रेड जोन में
लगातार रिमझिम के कारण प्रदेश की स्थिति पहले से बेहतर हो रही है। अब प्रदेश के 9 जिले ही रेड जोन में हैं। इसमें धार, होशंगाबाद, छतरपुर, दमोह, पन्ना, जबलपुर, सिवनी और बालाघाट में ही स्थिति ठीक नहीं हैं। शेष प्रदेश में अब सामान्य से अधिक बारिश जिलों की संख्या बढ़ी है।
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