मध्यप्रदेश में अगले 36 घंटों के दौरान इंदौर, भोपाल, उज्जैन, होशंगाबाद समेत कुछ जिलों में बादल और बारिश होगी। रात के तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं होगा, लेकिन दिन के तापमान और नीचे आ जाएंगे। बंगाल की खाड़ी के बाद अरब सागर में बने कम दबाव के साथ पश्चिमी विक्षोभ ने प्रदेश में बारिश हो रही है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जेडी मिश्रा ने बताया कि कुछ जिलों में गरज-चमक की स्थिति रहेगी। अगले 36 घंटे तक प्रदेश में बारिश होगी। उसके बाद बादल छटने लगेंगे। इस कारण 5 दिसंबर से ठंड बढ़ जाएगी। जिससे रात और दिन के तापमान में गिरावट होगी। ठंडी सूखी हवाएं ठिठुरन बढ़ाएंगी।
इन इलाकों में बारिश
अगले 36 घंटों के दौरान प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होगी। बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम और उज्जैन जिलों में हल्की बारिश के साथ बिजली गिर सकती है। इसके अलावा भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल, इंदौर एवं उज्जैन संभागों के जिलों में तथा सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, सीधी और सिंगरौली जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारे पड़ सकती है।
यहां बारिश हुई
भोपाल में गुरुवार को सुबह से ही हल्की बूंदाबांदी रही। इसके अलावा बीते चौबीस घंटों के दौरान बड़वानी के सेंधवा में 1.5 इंच, अंजड़, निवाली, सिटी, पाटी - 21, राजपुर, ठीकरी में करीब एक-एक इंच, चाचरीयापाटी, पानसेमल 16, वरला में आध-आधा इंच, धार के कुक्षी में 1.5 इंच, डही, मनावर, गंधवानी, सरदारपुर, नालछा, बाग, सिटी, तिरला में आधा-आधा इंच, अलीराजपुर, खरगोन, झाबुआ, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, नीमच, मंदसौर, देवास और शाजापुर के कुछ इलाकों में आधा इंच से लेकर एक इंच से ज्यादा बारिश हो गई।
4 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ आएगा
अभी बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में साइक्लोन के कारण निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह करीब 36 घंटे तक सक्रिय रहेंगी। इस कारण महाराष्ट्र तट तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसके कारण चक्रवातीय तूफान के रूप में प्रभावशाली होकर उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तरोत्तर 24 घंटों में विस्थापित हो गया है। पश्चिमी विक्षोभ (WD) ईरान-अफगानिस्तान क्षेत्र में उत्तर में पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप में बना हुआ है। अब अगला पश्चिमी विक्षोभ 4 दिसंबर को सक्रिय होगा। इस कारण 5 दिसंबर से प्रदेश में ठंड जोर पकड़ेगी।
बदलों ने बढ़ाया रात का पारा
बादलों के कारण दिन के तापमान में तो गिरावट दर्ज की गई, लेकिन रात के पारे चढ़ गए। यह सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा रहे। तापमान के सामान्य से अधिक होने मतलब होता है कि मानलो भोपाल में बुधवार-गुरुवार की रात न्यूनतम तापमान 12 डिग्री के आसपास रहना चाहिए, जबकि वह 16 डिग्री है। तो यह सामान्य से 4 डिग्री अधिक कहलाएगा। अगर यह 12 डिग्री से नीचे जाता है, तो यह सामान्य से कम कहलाता है। बादल छाने के कारण रात में गर्मी ऊपरी वायुमंडल में नहीं जा पाती है। इस कारण रात के तापमान में बढ़ जाते हैं।
यहां सामान्य से सबसे ज्यादा रात का पारा गया
शहर | न्यूनतम तापमान | सामान्य से अधिक |
दतिया | 15.1 डिग्री सेल्सियस | 7.2 डिग्री सेल्सियस |
शाजापुर | 16.3 | 6.7 |
राजगढ़ | 16.2 | 6.4 |
ग्वालियर | 14.5 | 6.3 |
प्रदेश के चार प्रमुख शहरों की स्थिति
शहर | न्यूनतम तापमान | सामान्य से अधिक |
भोपाल | 16.2 डिग्री सेल्सियस | 4.1 डिग्री सेल्सियस |
ग्वालियर | 14.5 | 6.3 |
इंदौर | 13.6 | 1.4 |
जबलपुर | 13.2 | 2.1 |
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