मध्यप्रदेश में आखिरकार पांच दिन बाद कोहरे से कुछ राहत मिली। मंगलवार को भोपाल-इंदौर समेत प्रदेश के अधिकतर इलाकों में सूरज निकला। इस दौरान प्रदेश में सबसे ठंडा दिन भिंड, ग्वालियर, छतरपुर, रीवा, टीकमगढ़ और सीधी में रहा। यहां पारा 20 डिग्री से नीचे रहा। ग्वालियर और नौगांव में सबसे ज्यादा ठंड रही। यहां पर अब भी दिन का पारा 16 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं चढ़ पाया है। इंदौर और भोपाल में अधिकतम तापमान 22 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया गया। अधिकांश इलाकों में मंगलवार को दिन का पारा 20 डिग्री से ऊपर चला गया।
यहां रहा कोल्ड डे: मंगलवार को रीवा, टीकमगढ़, सीधी, सतना, विदिशा, मुरैना, शिवपुरी, रायसेन में कोल्ड डे रहा।
यहां चली शीतलहर: भिंड, ग्वालियर, अशोकनगर और शिवपुरी में कोल्ड वेव रही।
22 जनवरी के बाद बारिश के आसार
मंगलवार को प्रदेश के अधिकतर इलाकों में सूरज खिलकर निकला। कोहरे के हटने से लोगों ने राहत की सांस ली है। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि अगले कुछ दिन में धूप निकलने से राहत रहेगी। हालांकि अगले तीन-चार दिन तक इसी तरह ठंडक बनी रहेगी। रात को भी कुछ राहत होगी। पांच दिन बाद बारिश के आसार बन रहे हैं। राजस्थान में एक चक्रवातीय घेरा बन रहा है। इसके सक्रिय होने से 22 जनवरी के बाद कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
यहां बादल छा सकते हैं
मध्यप्रदेश के पश्चिमी भाग जैसे ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, इंदौर और भोपाल संभागों में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं। हालांकि, अभी पांच दिन तक बारिश की संभावना नहीं है। दिन में बादल छाने से रात के तापमान में बढ़ोतरी होने से ठंड से कुछ राहत रहेगी।
राजस्थान में बने चक्रवात का असर पूर्वी मप्र पर ज्यादा
पाकिस्तान से आ रही हवाओं के कारण मौसम में काेहरा और ठंडक बनी हुई है। राजस्थान में बनने वाले चक्रवात का असर पूर्वी मध्यप्रदेश पर ज्यादा रहेगा। इसका असर महाकौशल, बुंदेलखंड और बघेलखंड के इलाकों में रहेगा। 22 जनवरी के बाद इन इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
चार प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान
शहर | तापमान |
ग्वालियर | 3.5 |
जबलपुर | 7.8 |
भोपाल | 8.0 |
इंदौर | 11.4. |
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.