प्रदेश में 10वीं का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार माध्यमिक शिक्षा मंडल में सिंगल क्लिक से रिजल्ट जारी किया। पहली बार 10वीं में एक भी स्टूडेंट फेल नहीं हुआ। साढ़े 10 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी। इसमें से 3 लाख 56 हजार 582(39%) फर्स्ट, 3 लाख 97 हजार 762 (43.50%) सेकेंड और 15 हजार 871 (17.48%) छात्र थर्ड डिवीजन पास हुए हैं। हालांकि जो भी बच्चे इस रिजल्ट से खुश नहीं हैं, वे आगामी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। यह विशेष परीक्षा 1 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी।
पहली बार होगा कि 10वीं के रिजल्ट में 100 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। पिछले साल 10वीं बोर्ड की राज्य स्तरीय मेरिट सूची में टॉप 10 स्थानों पर 360 बच्चों ने जगह बनाई थी। इसमें भोपाल के 17 बच्चे थे। परीक्षा में करीब 10 लाख छात्र शामिल हुए थे। इस वर्ष 10वीं का रिजल्ट 62.84 प्रतिशत था। इससे पहले 2019 में 61.32%, 2018 में 66 % रिजल्ट रहा है।
इस तरह बना रिजल्ट
नई प्रणाली के तहत 10वीं कक्षा के नियमित स्टूडेंट्स के लिए अर्धवार्षिक और प्री-बोर्ड व यूनिट टेस्ट और आंतरिक मूल्यांकन के अंक के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया है। इन परीक्षाओं में उपस्थित ना रहने वाले स्टूडेंट्स को 33 प्रतिशत अंक देकर पास किया गया। वहीं, प्राइवेट स्टूडेंट्स को भी 33 प्रतिशत अंक देकर पास किया गया।
बोर्ड ने नई प्रणाली के रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों को परीक्षा का विकल्प भी दिया है। यह विशेष परीक्षा 1 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी। इसके बाद इसमें प्राप्त अंकों के अनुसार उनकी मार्कशीट जारी की जाएगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी किए हैं। यानी जिन छात्रों को सरकार के बोर्ड परीक्षा में अंक देने के मूल्यांकन फॉर्मूले पर भरोसा नहीं है, वे परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकते हैं। इसके लिए छात्रों को 1 अगस्त से 10 अगस्त तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।
मोबाइल ऐप की भी सुविधा
सभी छात्र MPBSE MOBILE ऐप या MP Mobile ऐप पर 'Know Your Result' का चयन करने के बाद अपना रोल नंबर और आवेदन क्रमांक दर्ज कर परिणाम जान सकेंगे।
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