मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को रायसेन जिले के ग्राम चन्दपुरा (तहसील सिलवानी) में जनजातीय लोगों से संवाद करने पहुंचे। उन्होंने यहां हाल ही में हुए सांप्रदायिक विवाद में मारे गए युवक राजू के परिजनों से भी मुलाकात की। मृतक के माता-पिता ने उनसे कहा कि हमें डर है कि हमारे साथ फिर धोखा हो सकता है। इस पर शिवराज बोले- चंदनपुरा में आज साफ कह रहा हूं- मध्यप्रदेश में जितने गुंडे और अपराधी हैं, वो भी सुन लें। अगर गरीब कमजोर की तरफ हाथ उठे तो मकान को मैदान बना दूंगा।
सीएम ने कहा कि यह संदेश सिर्फ रायसेन के खमरिया खुर्द के लिए नहीं है। सिवनी, श्योपुर, जावरा में भी बुलडोजर चल रहा है। गुंडागर्दी करने वालों, मध्यप्रदेश की धरती से तुम्हारा अस्तित्व मिटा दिया जाएगा। सबको कुचल दिया जाएगा। इसलिए किसी को डरने की जरूरत नहीं है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। यह मध्यप्रदेश है।
गरीबों की जवाबदारी हमारी
शिवराज ने कहा कि यहां कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी सब हैं। किसी गरीब को घबराने की जरूरत नहीं है। इस घटना को एक सबक के तौर पर लेते हुए पूरे प्रदेश में एक-एक घर की सर्चिंग कर अवैध हथियार निकालने के निर्देश दिए गए हैं। शिवराज ने कहा कि लकड़ी चोरी के मामले निकालो। जो शिकारी बनते हैं उनके लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को तैनात करो। घर-घर सर्चिंग करके देखो। शिवराज ने कहा कि गरीबों को पूरी तरह से सुरक्षा देने की जवाबदारी हमारी है। जितने भी अपराधी हैं, उनके खिलाफ अभियान चलेगा।
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा- कुछ लोगों को इस घटना में भी राजनीति दिख रही है। केवल ट्वीट फटकार रहे हैं। कभी जनता के बीच आते-जाते नहीं है और कह रहे हैं घटना ऐसी नहीं, वैसी है। शिवराज ने कहा गुंडे-बदमाश यह न समझें कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार है। यहां मामा का राज है। ये ट्वीट करने वाले जितने चिल्लाते हैं, चिल्लाते रहें। गरीब की मौत पर राजनीति करते रहें, लेकिन मामा का बुलडोजर चला है, जो अब रुकेगा नहीं, जब तक गुंडों-बदमाशों को दफन नहीं कर देगा।
बीहड़ों में एक डाकू नहीं बचने दिया
सीएम शिवराज ने कहा कि गुंडागर्दी करने वाले, दादागिरी करने वाले, गरीबों का शोषण करने वाले, बहन और बेटी की तरफ बुरी नजर से देखने वाले और दुराचार करने वाले, ये समझ लें, एक जमाना था जब मैं मुख्यमंत्री था और चंबल के बीहड़ों में डाकुओं का आतंक था। लेकिन अब एक भी डाकू नहीं बचा है। कोई गिरोह नहीं बचने दिया।
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