मध्य प्रदेश में उप चुनाव की घोषणा के बाद बीजेपी में मंगलवार को बैठकों का दौर चला। सुबह बीजेपी दफ्तर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ बंद कमरे में बैठक की। इसके बाद शाम को अपने निवास पर पहले प्रदेश प्रभारियों फिर मंत्रियों के साथ बैठक की। जिसमें मुख्यरूप से स्थानीय और जातीय समीकरण पर ज्यादा फोकस किया गया।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने चारों सीटों पर बनाए गए प्रभारी मंत्रियों से अलग-अलग बात कर फीड बैक लिया। इसके साथ ही पार्टी के महामंत्रियों के साथ चुनावी क्षेत्रों की जमीनी रिपोर्ट के आधार पर प्लानिंग की। बैठक में जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर भी रणनीति बनाई है। चारों सीटों पर जातियों के हिसाब से मोर्चों और प्रकोष्ठों को जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए मंत्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे निचले स्तर से मिलने वाले फीडबैक के हिसाब से आगे की रणनीति तैयार करेंगे।
पिछली बैठक में उप चुनाव के लिए 14 कमेटियां भी बनाई गई थी। जिसमें 3-3 मंत्रियों को रखा गया था। ये मंत्री तीन दिन से उप चुनाव वाले क्षेत्र में डेरा डाले हुए थे। मुख्यमंत्री ने जमीनी रिपोर्ट से मुख्यमंत्री को अवगत कराया था। अब आचार सहिंता लागू होने के बाद मुख्यमंत्री के दौरे का रोडमैप भी तैयार बैठक में तैयार किया गया है। इसके अलावा उप चुनाव में स्टार प्रचारकों को लेकर भी चर्चा हुई है।
जिन मंत्रियों को प्रत्यक्ष तौर पर उप चुनाव की जिम्मेदारी नहीं दी गई है, उनसे मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे अपने-अपने संपर्को के आधार पर फीडबैक लें। मुख्य रूप से सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन पर ज्यादा फोकस करने कहा गया है। बैठक में मंत्री गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, विश्वास सारंग, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग सहित अन्य मंत्री भी मौजूद रहे।
बता दें कि मध्य प्रदेश में उपचुनाव के लिए बिगुल बज गया है। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया है। प्रदेश की एक लोकसभा सीट खंडवा, विधानसभा सीट जोबट, पृथ्वीपुर व रैगांव में 30 अक्टूबर को मतदान होगा। जिसके परिणाम 2 नवंबर धनतेरस के दिन आएगा।
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