देवास में मां और 3 बेटियां लापता:10 दिन से अता-पता नहीं, मोबाइल भी बंद, रतलाम के रिश्तेदार पर शक; तलाश में जोधपुर पहुंची MP पुलिस

देवास2 वर्ष पहले
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महिला और उसकी तीन बेटियां। - फाइल फोटो - Dainik Bhaskar
महिला और उसकी तीन बेटियां। - फाइल फोटो

मध्य प्रदेश के देवास से महिला, उसकी तीन बच्चियां 10 दिन से लापता हैं। बीएनपी थानाक्षेत्र के सिया गांव की मां और बेटियों का कोई सुराग नहीं है। मोबाइल भी बंद है। महिला के पति ने रतलाम के ही एक रिश्तेदार पर शक जताया है।

राजेंद्र सिंह पंवार की पत्नी गोविंद कुंवर (33 साल), बेटी ऊर्वषी (9 साल), कुकू (7 साल) और साक्षी (डेढ़ साल) 30 जून को नरवर जाने के लिए निकलीं थी। पति राजेंद्र का कहना है कि उसने सभी को बस में बैठाया। मूल रूप से रतलाम का रिश्तेदार कृष्णपाल सिंह राठौड़ (अब जोधपुर निवासी) भी उनके साथ था। कृष्णपालसिंह सिया में पहली बार आया था। नरवर में सभी रिश्तेदार के यहां दो दिन रुके, इसके बाद वहां से चले गए और तब से कुछ पता नहीं है।

2 जुलाई को बीएनपी थाने में राजेंद्र ने पत्नी-बच्चों के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। परिवार के लापता होने में कृष्णपालसिंह का हाथ बताया। पुलिस ने गुमशुदगी के बाद कृष्णपाल के खिलाफ अपहरण का मामला भी दर्ज कर लिया है।

कृष्णपाल सिंह का भी अता-पता नहीं है।
कृष्णपाल सिंह का भी अता-पता नहीं है।

रतलाम, मंदसौर से लेकर जोधपुर में तलाश

एसपी डॉ. शिवदयाल गुर्जर का कहना है कि कृष्णपाल और गोविंद कुंवर दोनों का मोबाइल बंद है। पुलिस सायबर सेल की मदद ले रही है। पुलिस की टीम रतलाम और मंदसौर भी गईं। एक टीम पति के साथ राजस्थान गई है।

नेमावर कांड से दहशत में परिवार
देवास जिले के नेमावर में एक ही परिवार के 5 सदस्य घर से लापता हो गए थे। 48 दिन बाद उनके शव बरामद हुए। परिवारवाले घटना को सोचकर घबरा रहे हैं।

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