• Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Niwari
  • People Get Their Vehicles Insured But They Are Not Worried About Their Body And Health: Dr. Goyal

प्रोफेसर डॉ. अतुल गोयल ने कहा:लोग वाहनों का बीमा तो कराते हैं लेकिन उन्हें अपने शरीर और स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं

निवाड़ी6 दिन पहले
  • कॉपी लिंक
सेमिनार के समापन के अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे। - Dainik Bhaskar
सेमिनार के समापन के अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।

वर्तमान समय में जिन लोगों ने अभी तक स्वास्थ्य बीमा नहीं कराया वह आज के समय का सबसे बड़ा जुआरी है। व्यक्ति के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज व्यक्ति का स्वास्थ्य है। ऐसे में जो लोग अब भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत और गंभीर नहीं हैं वह आज के सबसे बड़े जुआरी माने जाएंगे। लोग वाहनों का बीमा तो कराते हैं लेकिन उन्हें अपने शरीर और स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है। वर्तमान समय में हर परिवार के लिए आर्थिक संकट से बचने के लिए बीमा बहुत जरूरी है।

विपत्ति कभी भी समय देखकर नहीं आती इस कारण हमें अपने और अपने परिवार की रक्षा के लिए सचेत होना पड़ेगा। भारत के बड़े-बड़े उद्योगपति भी कोई भी व्यापार शुरू करने के पहले बीमा कराते हैं और विद्वानों से सलाह मशवरा करते हैं। लेकिन आम आदमी इस ओर कोई ध्यान नहीं देता जिसका खामियाजा उसे और उसके परिवार को भुगतना पड़ता है। यह बात बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अतुल गोयल ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीमा क्षेत्र का वर्तमान परिदृश्य आर्थिक सुरक्षा बचत एवं रोजगार विषय के संदर्भ में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार के समापन पर कही।

उन्होंने कहा कि व्यक्ति को सोच समझकर अपने भविष्य का चुनाव करना चाहिए। वह जिस भी क्षेत्र में रुचि रखता है उसे उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए। वर्तमान समय में व्यक्ति प्रतिभा और क्षमता के अनुसार ही आगे बढ़ता है। इसलिए हमें समय-समय पर अपनी प्रतिभा और क्षमताओं का आंकलन करते रहना चाहिए। इस दौरान उन्होंने बीमा सेक्टर से जुड़े रोजगारों की जानकारी भी विद्यार्थियों को दी। वहीं आयोजन सचिव डॉ. एचके खरे कहा कि लोगों में मेहनत करने की क्षमता होनी चाहिए।

मेहनत से बड़े से बड़ा लक्ष्य हासिल हो सकता है। डॉ. विनय गहलोत ने कहा कि बीमा लेते समय कंपनी की सेवा शर्तों को सावधानी पूर्वक पढ़ना चाहिए। लोग जल्दबाजी के चक्कर में बहुत सी गलतियां कर जाते हैं। डॉ. हर्ष पांडे ने कहा कि बीमा की जरूरत का एहसास व्यक्ति को सुख में नहीं होता है। जब कोई परिजन या मुखिया की असामयिक मृत्यु हो जाती है तब बीमा की जरूरत समझ में आती है। इस दौरान प्रो. एससी जैन, पुष्पेंद्र अवस्थी, एलआर प्रजापति, संजीव अहिरवार सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे।

खबरें और भी हैं...