रायसेन में तीन दिनों से कोहरे के साथ ही बादल छा रहे थे। मौसम विभाग के बताए अनुसार आज शाम 6:45 बजे से तीज बारिश शुरू हुई। जिससे शहर की सड़कें तरबतर हो गई। लगभग 10 मिनट चली तेज बारिश के बाद शहर में बिजली भी गुल हो गई। मौसम विभाग द्वारा 26-27 जनवरी को बौछारों के साथ ओले गिरने की संभावना जताई थी। लेकिन 24 घंटे पहले ही तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई।
ओले गिरने की संभावना ने किसानों की चिंता को बढ़ा दिया है। क्योंकि इस समय गेहूं की फसल गोवोट की स्थिति में आ गई। जबकि, चना की घंटियों में दाना बनने बनने लगा है। मौसम जानकारों के मुताबिक जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के साथ अंचल में बादलों की आवाजाही शुरू हो चुकी है।
फिर लौटेगी शीतलहर, गिरेगा पारा
बारिश होने के बाद एक बार फिर शीतलहर का दौर वापस लौट आएगा वही रात का तापमान में भी गिरावट आएगी जिससे कपकपा देने वाली सर्दी का एहसास लोगों को फिर होने लगेगा कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो बारिश से गेहूं की फसल को फायदा होगा क्योंकि उसे सिंचाई का पानी मिल जाएगा बारिश होने से फसलों को किसी प्रकार के नुकसान की संभावना नहीं है बस ओले नहीं करना चाहिए। ओले गिरे तो फसलों को नुकसान पहुंचाने की आशंका बनी हुई है।
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