किसानाें से पराली खरीदने वाला सुबरित खन्ना 7 माह बाद एसडीएम कार्यालय में पेश हुआ। एसडीएम की मौजूदगी में किसानों और सुबरित खन्ना के बीच करीब 2 घंटे बातचीत चली। एसडीएम नीरज के हस्तक्षेप के बाद किसानों को उनका पैसा मिलने की उम्मीद जगी है। एसडीएम कार्यालय में सुबरित खन्ना ने किसानाें के पैसे देने की बात स्वीकार की।
खन्ना ने कहा कि वह 2 दिन में प्रशासन को लिस्ट दे देंगे, जिसमें वह बताएंगे कि कितने किसानों से पराली खरीदी थी और किसके कितने पैसे बकाया हैं। सुबरित ने दूसरा वादा किया कि वह 7 दिन के अंदर किसानों के सिक्योरिटी चेक वापस करेंगे। तीसरा वादा किया कि 20 दिन में बताएंगे कि कब, किसको, कितना पैसा देंगे। किसानों का कहना है कि उनके करीब 5 करोड़ रुपए सुबरित व अमित खन्ना की तरफ बकाया हैं।
शुगर मिल में किसी काम नहीं आई पराली
शुगर मिल में जाे पराली सप्लाई की गई थी, उससे एक किलोवाट बिजली भी नहीं बन सकी। मिल प्रबंधन को पहले ही पता था कि ऑफ सीजन में सरकार बिजली सस्ती दरों पर खरीदती है। इसके बावजूद पराली खरीदी गई, जबकि पराली से एक दिन भी प्लांट नहीं चलाया गया।
43 किसानों का पैसा फंसा: सुबरित और अमित खन्ना ने 43 किसानों से पराली खरीदने का एग्रीमेंट किया था। कुछ किसानों ने पराली का स्टॉक भी लगाया था, लेकिन उसे खरीदा नहीं गया। बारिश और गर्मी में पराली खराब हो गई है। जिसका नुकसान भी उन्हें उठाना पड़ा।
यह है मामला: सितंबर से दिसंबर 2020 तक शुगर मिल के बायोमास मैनेजर अमित खन्ना व उसके भाई सुबरित खन्ना ने किसानों से शुगर मिल में सप्लाई करने के लिए पराली व चावल का छिलका खरीदा था। धान का सीजन खत्म हुए 7 महीने हाे गए, लेकिन किसानों को उनका पैसा नहीं दिया गया। जब किसानों ने पैसे के लिए मिल प्रबंधन और प्रशासन पर दबाव बनाया तो अमित और सुबरित खन्ना मिल छोड़कर चले गए। गांव अंबली के रमनदीप वालिया की शिकायत पर पुलिस ने अमित खन्ना के खिलाफ केस दर्ज किया था। शुक्रवार को एसडीएम नीरज ने किसानों को अपने कार्यालय बुलाया था।
प्रशासन का पूरा प्रयास है कि किसानों को उनकी पराली का पैसा जल्द मिले। सुबरित खन्ना ने वादा किया है कि वह किसानों का पैसा देगा।-नीरज, एसडीएम, नारायणगढ़।
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