दो पत्नी और 'वो' ने कराई तीन हत्याएं!:पहली को तलाक; दूसरी बीवी और 2 बच्चों की हत्या, फिर एक महिला को लाता था रेलकर्मी

दिव्यराज सिंह राठौर। रतलाम2 महीने पहले

रतलाम के एक रेलकर्मी ने पहली पत्नी की हत्या के प्रयास दो बार किए। इसके बाद तलाक दे दिया। फिर दूसरी महिला से लव मैरिज कर ली। इससे भी अनबन हो गई तो कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। उसके साथ दो बच्चों को भी मौत के घाट उतार दिया और तीनों शव घर में दफना दिए। फिर किसी तीसरी महिला को अपने घर लेकर आने लगा। हालांकि, उसका रहन-सहन और ड्यूटी जाने का रुटीन सामान्य दिनों की तरह था। लंबे समय तक परिवार नहीं दिखने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी तो पूरा सच सामने आ गया।

इस ट्रिपल मर्डर की वजह पुलिस भले ही घरेलू कलह मान रही है, लेकिन इसमें लव ट्राएंगल की बात भी सामने आ रही है। कथित दूसरी बीवी और दो बच्चों को मारकर घर में दफनाने के बाद रेलकर्मी अपने घर किसी महिला को साथ लेकर आता था। ऐसा पड़ोसियों का कहना है।

रेलकर्मी सोनू तलवाड़े के पड़ोसियों ने दैनिक भास्कर को बताया कि 3 हत्याओं के बाद आरोपी अपने घर में सामान्य तरह से रह रहा था। बीवी, बच्चों के नहीं दिखने पर जब उसे पूछा जाता था, तो कहता था कि पहली पत्नी से कोर्ट केस के कारण उन्हें दूर भेज दिया है।

दो दिन पहले डेढ़ महीने बाद ट्रिपल मर्डर पड़ोसियों की सक्रियता के बाद सामने आया। लंबे समय से महिला और बच्चों को न देख कॉलोनी में रहने वालों ने पुलिस को सूचना देकर अनहोनी की आशंका जताई। रविवार को पुलिस ने रेलवे ट्रैकमैन सोनू तलवाड़े (33) को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने लिव इन में रह रही कथित पत्नी निशा बौरासी, बेटे अमन (7), बेटी खुशी (3) की करीब दो महीने पहले कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर घर में दफनाने की बात बताई। इसके बाद पुलिस ने सभी के शव बरामद किए।

पहली फोटो में निशा और उसके दोनों बच्चे। तीनों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई। दूसरी फोटो आरोपी सोनू तलवाड़े की है। सोनू बीवी-बच्चों की हत्या के बाद अपने घर एक महिला को लेकर आता था।
पहली फोटो में निशा और उसके दोनों बच्चे। तीनों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई। दूसरी फोटो आरोपी सोनू तलवाड़े की है। सोनू बीवी-बच्चों की हत्या के बाद अपने घर एक महिला को लेकर आता था।

पड़ोसी ने पूछा गड्‌ढा क्यों खुदवा रहे हो, बोला- मछली पालूंगा...

इस सनसनीखेज हत्याकांड में रतलाम पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है। निशा बोरासी और आरोपी सोनू के परिजन भी मीडिया के सामने कुछ बोलने से बच रहे हैं। आरोपी के घर को बैरिकेड लगाकर सील कर दिया गया है। पड़ोस के लोग शॉक्ड हैं। किसी को यकीन ही नहीं हो रहा है कि एक हंसता-खेलता परिवार इस तरह बर्बाद हो गया।

आरोपी सोनू के मोहल्ले के लोगों ने बताया कि दोनों पति-पत्नी और बच्चे खुशनुमा जीवन जी रहे थे। कभी ऐसा लगा ही नहीं कि इस परिवार में ऐसा कुछ हो जाएगा। सोनू ने घर का सामान भी बेचना शुरू कर दिया था। उसने अलग-अलग नस्ल के 5-6 कुत्ते भी पाल रखे थे। इन कुत्तों को उसने अलग-अलग लोगों को दे दिए थे।

आरोपी के घर के पास में रहने वाली महिला ने बताया कि सोनू घर में गड्‌ढा खुदवा रहा था, तब मैंने उससे पूछा भी था कि खुदाई क्यों करा रहे हो? उसका जवाब था कि वह यहां टैंक बनाकर मछली पालन करेगा, लेकिन शाम को ही गड्ढे की जगह फिर सीमेंट का प्लास्टर करवा लिया था।

इसी घर के बाहर बरामदे में तीनों के शव गड्‌ढा करके दफना दिए गए थे। लंबे समय से महिला और बच्चों को न देख कॉलोनी में रहने वालों ने पुलिस को सूचना देकर अनहोनी की आशंका जताई। तब जाकर मामला सामने आया।
इसी घर के बाहर बरामदे में तीनों के शव गड्‌ढा करके दफना दिए गए थे। लंबे समय से महिला और बच्चों को न देख कॉलोनी में रहने वालों ने पुलिस को सूचना देकर अनहोनी की आशंका जताई। तब जाकर मामला सामने आया।

पहली पत्नी की भी हत्या करना चाहता था

पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी सोनू बता चुका है कि 2009 में उसकी शादी नजमा से हुई थी। 2012 में दोनों में अनबन होने के बाद से कोर्ट में भरण पोषण का केस चल रहा है। 2014 में निशा बोरासी से कथित शादी कर ली। आरोपी ने पूछताछ के दौरान एसपी को बताया कि वह अपनी पहली पत्नी नगमा की भी हत्या करना चाहता था। इसके लिए वह एक-दो बार प्रयास भी कर चुका था। पहली पत्नी नगमा की हत्या करने के बाद वह पुलिस के सामने सरेंडर कर देता।

पुलिस ने आरोपी सोनू को गिरफ्तार कर लिया है। सोनू के पिता रेलकर्मी थे। उनकी मृत्यु के बाद सोनू की ट्रैकमैन के पद पर नौकरी लगी थी।
पुलिस ने आरोपी सोनू को गिरफ्तार कर लिया है। सोनू के पिता रेलकर्मी थे। उनकी मृत्यु के बाद सोनू की ट्रैकमैन के पद पर नौकरी लगी थी।

निशा की परिवार ने शादी तय कर दी थी, भागकर रतलाम आई थी

रतलाम की पीएंडटी कॉलोनी में निशा बोरासी रहती थी। कुछ ही दूरी पर आरोपी सोनू रहता था। निशा सिलाई सेंटर पर ट्रेनिंग लेने जाती थी। आते-जाते समय आरोपी सोनू से उसकी पहचान हो गई थी। इसकी जानकारी निशा के पिता छोटेलाल बोरासी को लग गई। उन्होंने उसकी शादी अपने उत्तर प्रदेश के अपने गांव के पास पक्की कर दी थी। जब वे बेटी को लेकर ट्रेन से जा रहे थे, तब वह ट्रेन से उतरकर भाग गई। निशा रतलाम आ गई थी। इसके बाद उसने आरोपी सोनू से कोर्ट मैरिज कर ली थी। मृतका के पिता रिटायर्ड रेलकर्मी ने बताया कि उस दौरान थाने में शिकायत की थी। चार बेटियों में निशा दूसरे नंबर की थी। दो बेटियों की शादी गांव में कर दी है और एक बेटी मेरे पास रहती है। उसके घर छोड़ने के साथ ही हमने उससे नाता तोड़ लिया था। उसके फोटो और सभी चीजें जला दी थीं।

घर की दीवार पर परिवार की तस्वीरें। आरोपी सोनू ने पहली शादी जावरा रोड निवासी नगमा नाम की महिला से की थी। 2012 में तलाक के बाद 2014 से निशा के साथ रह रहा था।
घर की दीवार पर परिवार की तस्वीरें। आरोपी सोनू ने पहली शादी जावरा रोड निवासी नगमा नाम की महिला से की थी। 2012 में तलाक के बाद 2014 से निशा के साथ रह रहा था।

तीन शव दफनाने के बाद भी उसी घर में रह रहा था आरोपी

आरोपी सोनू ने अमन, खुशी और निशा की हत्या करने के बाद मजदूरों को पानी की टंकी बनाने का कहकर गड्ढा खुदवाया था। लगभग 3.5 चौड़ा, 5 फीट लंबा और 3-4 फीट गहरा गड्ढा खोदकर मजदूर चले गए। इसके बाद सोनू ने दोस्त बंटी को बुलाया। दोनों ने तीनों के शव को गड्ढे में लिटाकर मिट्टी डालकर दफना दिया। ऊपर से सीमेंट का प्लास्टर कर दिया। बड़ी बात यह कि तीन हत्या कर शव बरामदे में गाड़ने के बाद भी सोनू उसी मकान में रह रहा था।