रतलाम के आलोट में शनिवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान डूबे गोपाल उर्फ पप्पू सोनी (35) का 24 घंटे बाद भी पता नहीं चला सका है। खास बात है कि दोनों बेटों के सामने पिता पानी में डूब गए। बेटे अब भी पिता के लौटने का इंतजार कर रहे हैं।
मूर्ति विसर्जन के बाद आलोट के रहने वाले गोपाल उर्फ पप्पू सोनी बड़े भाई कमल सोनी और दोनों बेटों वात्सल्य (12) और तनवेश (8) के साथ नदी किनारे हाथ-मुंह धो रहे थे। इसी दौरान छोटा बेटा तनवेश पानी में गिर गया। पानी में डूब रहे बेटे को बचाने में कमल और पप्पू सोनी पानी में उतरे, लेकिन बेटे को बचाने में पप्पू पानी में डूब गए। पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम पप्पू को तलाश कर रही है, लेकिन अब तक उनका पता नहीं चल सका है।
वात्सल्य बोला- पापा ने कहा था कि मैं बाहर आ जाउंगा, लेकिन अब तक नहीं आए
बड़े बेटे वात्सल्य ने बताया कि बड़े पापा और पापा के साथ वे लोग विसर्जन के लिए नदी किनारे गए थे। जहां छोटे भाई तनवेश को बड़े पापा हाथ-मुंह धुलवा रहे थे, तभी छोटा भाई गहरे पानी में चला गया, जिसे बचाने के लिए बड़े पापा और उसके पापा पप्पू पानी में कूद गए। छोटे भाई को उन्होंने बाहर भेज दिया। वात्सल्य ने बताया कि उसे थोड़ी ही दूर पर पापा दिखाई दे रहे थे, वह आवाज लगाकर कह रहे थे कि मैं बाहर आ जाऊंगा, लेकिन वह अब तक नहीं लौटे। यह कहकर वात्सल्य चुप हो गया। पप्पू सोनी के घर पर भी माहौल गमगीन है। दोनों बच्चे अब भी पिता के सुरक्षित घर लौटने की उम्मीद कर रहे हैं।
पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम ने नदी किनारे बिताई रात
सूचना मिलने पर आलोट थाना पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम शनिवार शाम ही घटनास्थल पहुंच गई थी। जहां देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद थाना प्रभारी नीरज सारवान और पूरी टीम ने नदी किनारे ही रात बिताई। सुबह जल्दी सर्च ऑपरेशन में जुट गए। हालांकि अब तक पानी में डूबे पप्पू सोनी का पता नहीं चल सका है।
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