रीवा केन्द्रीय जेल का कलेक्टर इलैयाराजा टी व एसपी नवनीत भसीन ने औचक निरीक्षण किया। जेल सूत्रों की मानें तो कलेक्टर व एसपी के निरीक्षण के दौरान जेल विभाग के जिम्मेदार मौके से नदारद थे। हालांकि बैरक चेक करते समय कई अमानक चींजे मिली है। पर जिला प्रशासन के जिम्मेदारों ने कुछ भी बोलने से इंकार किया है।
दावा है कि जेलर को नसीहत देकर छोड़ दिया गया है। साथ ही तत्काल व्यवस्था सही करने के निर्देश दिए है। निरीक्षक के दौरान कलेक्टर और एसपी के साथ एडीएम शैलेन्द्र सिंह, एएसपी शिवकुमार वर्मा, एसडीएम, नगर पुलिस अधीक्षक सहित शहर व देहात के एक दर्जन थाना प्रभारियों के साथ आधा सैकड़ा पुलिस के जवान शामिल रहे।
बता दें कि एक पखवाड़े के अंदर जेल में हुई घटनाओं को कलेक्टर और एसपी ने संज्ञान लिया था। ऐसे में रविवार की दोपहर 1 बजे जेल का रूटीन भ्रमण करने पहुंच गए। जहां सबसे पहले केन्द्रीय जेल की बैरकों की तलाशी ली। तलाशी में जिला प्रशासन को क्या मिला, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। वहीं सूत्रों की मानें तो तंबाकू सहित कुछ अमानक पदार्थ मिले है।
जेल प्रशासन को नहीं दी दौरे की जानकारी
गौरतलब है कि केन्द्रीय जेल का पूरा दौरा गोपनीय रहा। यहां तक की सर्चिंग की जानकारी जेल प्रशासन को नहीं दी। निरीक्षकण के लिए पुलिस और प्रशासन का अमला दोपहर 1 बजे केन्द्रीय जेल पहुंचा था। जहां सर्चिंग के लिए 5 अलग-अलग टीमें बनी थी। एसपी टीम को लीड कर रहे थे। साथ ही सर्चिंग से पहले सबको पृथक-पृथक जिम्मेदारी सौंप दी थी। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम जेल के अंदर प्रवेश हुई।
एक तरफ से बैरकों में हुई तलाशी
पुलिस और प्रशासन की टीम ने केन्द्रीय जेल में लगभग सभी बैरकों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान जेल स्टाफ को जेल के अंदर या बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही जेल के उन हिस्से पर भी पुलिस कर्मी तैनात कर दिये गए थे। जहां से आपत्तिजनक सामग्रियां बाहर फेंकने की संभावना रहती है। जिला प्रशासन ने केन्द्रीय जेल की एक से दो बजे के बीच करीब एक घंटे तक तलाशी ली।
इन वारदातों से प्रशासन हुआ चौकन्ना
पुलिस सूत्रों की मानें तो एक पखवाड़े पहले दो कैदियों के बीच गैंगवार हुई थी। तब इंदौर के कैदियों ने एक हत्या के आरोपी को ब्लेड से हमला कर घायल कर दिया था। साथ ही कुछ दिनों पहले जेल प्रहरियों ने परिसर में जमकर उत्पाद मचाया था। साथ ही जेल अधीक्षक के आवास की नेम प्लेट तोड़ कर गाली-गलौज की बात सामने आई थी। हालांकि जेल अधिकारियों ने पूरे मामले में पर्दा डाल दिया था
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