दक्षिण वन मंडल के केसली और देवरी क्षेत्र में लंबे समय से सागौन तस्कर सक्रिय हैं। पूरे जिले में फर्नीचर मार्ट पर सप्लाई हो रही है जिसमें वन अधिकारी सागौन तस्करों से और फर्नीचर मार्ट संचालकों से सुविधा शुल्क वसूल रहे हैं।इसी कारण से वन विभाग के कर्मचारी रात्रि में जंगलों की रक्षा करने की वजह कुम्भकर्णीय नींद में सोते हैं।
मामला मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात में देवरी पुलिस की सक्रियता के कारण 11 सागौन की सिल्लियों से भरा छोटा हाथी वाहन पकड़ा गया है। जानकारी अनुसार देवरी पुलिस रात्रिकालीन गश्त कर रही थी तभी केसली के सरिया पानी क्षेत्र के जंगल से सागौन की लकड़ियों की सिल्लियां तस्करी करते हुए जा रही थी। जिसे पुलिस कर्मचारियों ने पकड़ कर वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है।
इस वाहन में पांच आरोपी पकड़े गए जो अत्यधिक शराब के नशे में थे और वह पूछताछ के दौरान कुछ भी सही जानकारी नहीं दे रहे थे। वहीं वाहन चालक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया जिसे बाद में उसके घर से पकड़ा गया है। वह पकड़ी जाने वालों में बबलू पिता परम लाल गौड़ नया खेड़ा ग्राम पंचायत नौरादेही, सूरज पिता गणेश पटेल खंडेराव वार्ड कोसकिया कॉलोनी देवरी, विमलेश पिता जगदीश गौंड खापा चमेली केसली, नीरज उर्फ भूरे पिता बाबूलाल अहिरवार हाई स्कूल के पास क्षीर देवरी, सुमेर पिता फूलचंद पाल खाकरोन तहसील सागर शामिल हैं।
पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह सरियापानी से देवरी रेंज ऑफिस के पास किसी फर्नीचर मार्ट पर लकड़ी पहुंचाना थी लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं था कि किसके यहां पहुंचाना है क्योंकि उन्हें अत्याधिक शराब पिला दी गई थी। वाहन के आगे दो व्यक्ति मोटरसाइकिल से चल रहे थे जो सुमेर पाल देवरी एवं गोपाल कलार सरियापानी के निवासी थे। जो जानते थे कि यह लकड़ी कहां पहुंचानी है जो पुलिस को देख कर भाग खड़े हुए। जिसे बाद में वन विभाग के अधिकारियों ने पकड़ लिया है।
एसडीओ वन प्रमोद सिंह ने बताया कि घटना रात 3:15 बजे फोरलेन खत्री ढाबा के पास देवरी पुलिस की डायल हंड्रेड ने गस्ती के दौरान वाहन क्रमांक छोटा हाथी एमपी15 एएलए 5268 पकड़ा जिसमें सागौन की लकड़ी के 11 नग 0.844 घन मीटर पाई जिसकी कीमत 38,199 रुपए आंकी गई है। इस मामले में अभी दो आरोपी फरार हैं। पकड़े गए सभी आरोपियों को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
जब्त वाहन को राजसात किया जाएगा
एसडीओ वन ने बताया कि सरिया पानी के जंगल से काटी गई लकड़ी की जांच की जाएगी और जब्त वाहन को राजसात किया जाएगा। सरियापानी के जंगल का निरीक्षण किया जाएगा। पेड़ कटे पाए जाने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएंगी। गौरतलब है कि सागौन तस्कर 30 किलोमीटर की दूरी और एक वन चौकी कैसे पार कर गए और सहजपुर होते हुए फोरलाइन तक पहुंच गए। यह जांच का विषय है।
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