बीना रेलवे स्टेशन पर एक अज्ञात यात्री ने आत्महत्या का प्रयास किया, इस दौरान वह बेहोश हो गया। उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसने होश में आते ही एक मरीज के परिजन पर हमला कर दिया।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक एक व्यक्ति स्टेशन पर घूम रहा था। उसने तीन बार खुदकुशी करने का प्रयास किया। पहली बार वह मालगाड़ी के सामने खड़ा हो गया और दूसरी पर सवारी गाड़ी के सामने आकर जान देने की कोशिश की। लेकिन आरपीएफ ने यात्रियों को बचा लिया। तीसरी बार वह जोधपुर-भोपाल एक्सप्रेस में चढ़ गया और ट्रेन चलते ही ट्रैक पर कूद गया। सिर में चोट लगने के कारण रेलवे अधिकारियों ने जीआरपी और आरपीएफ को सूचना दी। लेकिन मौके पर सिर्फ आरपीएफ स्टाफ पहुंचा। आरपीएफ ने भी घायल यात्री को अस्पताल ले जाने से मना कर दिया। इसके चलते सफाई कर्मचारियों की मदद से घायल को एम्बुलेंस से सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। यात्री की हालत ठीक न होने के कारण आन ड्यूटी डॉ हर्षिता परिहार ने उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया। इलाज शुरू होने के करीब दो घंटे बाद उसे होश आ गया। होश आते ही उसने एक मरीज के परिजन पर हमला कर दिया। दोनों हाथों से गर्दन पकड़कर वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा। इस दौरान वार्ड में भीड़ जमा हो गई। बड़ी मुश्किल से उसे बाहर किया गया।
मरीज के साथ नहीं आती पुलिस
सिविल अस्पताल के स्टाफ ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे स्टेशन से आने वाले कई मामलों में पुलिस साथ नहीं आती है। जिसकी वजह से अस्पताल के स्टाफ को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। ऐसे ही मंगलवार को देखने में आया जब घायल व्यक्ति द्वारा हंगामा करने पर स्टाफ नर्सों को ड्यूटी रूम के दरवाजे लगाने पड़े। इसके अलावा अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज भी दहशत में आ गए। लोगों ने बताया कि यदि उसे बाहर नहीं निकाला जाता तो वह किसी को भी चोट पहुंचा सकता था।
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