छतरपुर आए केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार से 21 साल की लक्ष्मी चौरसिया ने तीखे सवाल किए। मंत्री को गांव की समस्याएं गिनाते हुए छात्रा बोली- यह आप लोगों का फर्ज है कि जनता की समस्याओं का समाधान करें। क्या गरीब दफ्तरों के चक्कर काटने के लिए हैं। छात्रा ने मंत्री के सामने ही ग्राम पंचायत सचिव राजेश पांडे को भी खरी-खोटी सुना डाली। तेवर देख मंत्री ने मौके पर ही SDM को बुलवाकर समाधान के लिए कहा और निकल गए।
पंचायत सचिव कोई काम नहीं करते
मामला पिपट गांव का है। लक्ष्मी को पता चला कि सांसद और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार उसके गांव पहुंचे हैं। वह अपनी मां और गांववालों को साथ लेकर मंत्री के पास पहुंच गई। एक-एक कर समस्याओं को गिनाया। पंचायत सचिव को मौके पर बुलवाया और मंत्री के सामने ही कहा- मैं इनसे व्यक्तिगत कई बार मिल चुकी हूं। यह कोई भी काम नहीं करते।
राशन कार्ड से अनाज नहीं मिलता
लड़की ने मंत्री को बताया कि पापा 15 साल से मजदूरी के लिए दिल्ली तो कभी दूसरे शहरों में रहते हैं। मैं, मां और दो छोटे भाइयों के साथ रहती हूं। माली हालत खराब होने के बाद भी राशन कार्ड से अनाज नहीं मिलता। डेढ़ साल से पंचायत, तहसील, कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहे हैं।
उसने कहा कि कोई सुनने वाला नहीं। खुद खेत में तालाब खुदवाया। इसका भी एक पैसा अब तक नहीं मिला। कहते हैं कि डॉक्यूमेंट लाकर दो। कितनी बार दें। कई बार जमा कर चुके हैं। हम लोग क्या खाएंगे, क्या करें? गरीब आदमी की कोई नहीं सुनता।
6 महीने से सुन रही हूं- कर देंगे, हो जाएगा
लड़की ने गुस्से में कहा- 6 महीने से जिस दफ्तर में जाओ, बस यही सुनने को मिलता है, कर देंगे, हो जाएगा। अब आप ही बताओ... आप लोग किसलिए हैं? आपको काम करना चाहिए कि नहीं। इन्हें हम सब लोगों की सुननी चाहिए कि नहीं, यह क्यों नहीं सुनते। यह समस्या सिर्फ हमारी ही नहीं, यहां आए हर ग्रामीण की है।
मंत्री अफसरों से बोले- दोबारा ऐसी समस्याएं सुनने को न मिलें
मंत्री ने तत्काल तहसीलदार, SDM को समस्या का हल करवाने को कहा। उन्हें अवगत कराने को भी कहा। उन्होंने कहा - जब दोबारा गांव आऊं तो किसी भी ग्रामीण के मुंह से इस प्रकार की समस्याएं नहीं सुनने को मिलें। यदि ऐसा फिर हुआ तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.