सरकारी ठेके पर मछली मारने का काम करने वाली मछुआ समिति गाड़ाघाट के सदस्यों ने मंगलवार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर मांग की है कि गलत तरीके से जब्त किए गए उनके जाल जल्द वापस किए जाएं। ऐसा नहीं किया तो 14 दिसंबर को जिलेभर की मछुआ समिति के सदस्य अस्पताल चौराहे पर आत्मदाह करेंगे।
गाड़ाघाट मछुआ समिति के अध्यक्ष कलू आदिवासी ने बताया कि 13 नवंबर को उनकी समिति के सदस्य गाड़ाघाट तालाब में मछली का आखेट कर रहे थे। इसी दौरान मछली विभाग का वाहन चालक जाहिद खान वहां पर पहुंचा और अवैध वसूली की मांग की। जब मछुआ समिति के सदस्यों ने पैसे देने से मना किया, तो उसने वरिष्ठ अधिकारियों को गलत सूचना देकर उन्हें गुमराह किया। चालक खान ने पुलिस के सहयोग से मछुआरों के जाल जब्त कराए और यह भी कहा कि यह अवैध तरीके से मछली का आखेट कर रहे हैं, जबकि समिति के सदस्यों को नियम अनुसार मछली मारने का ठेका मिला है।
उनका कहना है कि एक माह बीत जाने के बाद भी उन्हें उनका जाल वापस नहीं किया गया है। जबकि विभागीय जांच में कार्यवाही झूठी निकली। अब उनकी मांग है कि शीघ्र ही उन्हें उनके जाल वापस किए जाएं, ताकि वह अपनी रोजी-रोटी चला सके। यदि एक सप्ताह में उन्हें उनके जाल वापस नहीं मिलते हैं, तो वह 14 दिसंबर को जिलेभर की मछुआ समितियों के सदस्यों के साथ अस्पताल चौराहे पर धरना देंगे और आत्मदाह करेंगे, जिसकी पूरी जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी। मछुआ समितियों का ज्ञापन लेने पहुंची डिप्टी कलेक्टर अदिति यादव ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.