सागर जिले में फ्री फायर गेम की लत से एक किशोर का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है। इसके पहले भी ऑनलाइन गेम की लत में फंसने के बाद छतरपुर समेत अन्य स्थानों पर नाबालिग आत्महत्या जैसे कदम उठा चुके हैं। लगातार फ्री फायर जैसे ऑनलाइन गेमों की लत लगने और बच्चों को नुकसान होने के मामले सामने आने के बाद लोग ऑनलाइन गेम बंद कराने की बात कहने लगे हैं।
इधर, दैनिक भास्कर ने सागर जिले में फ्री फायर गेम की लत से बिगड़े किशोर के दिमागी संतुलन मामले पर ऑनलाइन पोल करवाया। इस ऑनलाइन पोल में ऑनलाइन गेम को लेकर चार सवाल पूछे गए। जिसमें 43% लोगों ने अपनी राय देते हुए कहा कि ऑनलाइन गेम पूरी तरह बंद कर देने चाहिए। जबकि 28% लोगों ने कहा कि सरकार को ऑनलाइन गेम पर कंट्रोल के नियम बनाने चाहिए।
दरअसल, शनिवार को सागर जिले के मालथौन क्षेत्र में फ्री फायर गेम की लत के चलते 17 वर्षीय किशोर का दिमागी संतुलन बिगड़ गया। परिवार वालों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां किशोर का इलाज चल रहा है। किशोर लंबे समय से ऑनलाइन फ्री फायर गेम रात-रातभर खेल रहा था। इससे उसके दिमाग पर असर हुआ। अब उसे हर वस्तु में गेम नजर आ रहा है। वो अजीब-ओ-गरीब हरकत करने लगा है।
फ्री फायर गेम से बिगड़ा दिमागी संतुलन:सागर में नाबालिग पूरी रात खेलता था ऑनलाइन गेम, कर रहा पागलों जैसी हरकत
ऑनलाइन पोल में जनता ने दी अपनी राय
ऑनलाइन गेम का बच्चों पर पड़ रहे असर को लेकर दैनिक भास्कर ने ऑनलाइन पोल करवाया। जिसमें जनता ने अपनी राय दी। इस पोल में जनता से ऑनलाइन गेम को लेकर चार सवाल पूछे गए। जिस पर जनता की राय मांगी गई। इसमें सबसे ज्यादा 43 प्रतिशत लोगों का मानना है कि ऑनलाइन गेम पूरी तरह बंद कर देने चाहिए। वहीं 28 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सरकार को ऑनलाइन गेम पर कंट्रोल के नियम बनाने चाहिए।
जबकि 17 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अभिभावकों को बच्चों के ऑनलाइन गेम पर नजर रखनी चाहिए। वहीं 12 प्रतिशत लोगों की राय है कि हर दिन ऑनलाइन गेम के घंटे निर्धारित होने चाहिए।
फ्री फायर गेम पर लोगों की राय और उनके जवाब
ऑनलाइन गेम पूरी तरह बंद कर देने चाहिए-43%, सरकार को ऑनलाइन गेम पर कंट्रोल के नियम बनाने चाहिए-28%, अभिभावकों को बच्चों के ऑनलाइन गेम पर नजर रखनी चाहिए-17%, हर दिन ऑनलाइन गेम के घंटे निर्धारित होने चाहिए-12%।
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