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सीधी में बस हादसे के बाद गुरुवार को परिवहन विभाग का अमला दिनभर फोरलेन पर सक्रिय रहा। विभाग को अधिकांश बसों में ओवरलोडिंग मिली। करीब 7 घंटे तक चले चैकिंग अभियान के दौरान 59 वाहनों की जांच की गई।
इनमें 16 वाहनों पर कार्रवाई करते हुए 13 पर 37500 रुपए जुर्माना किया, वहीं इमरजेंसी गेट जाम होने और बस में ओवरलोडिंग मिलने पर 3 वाहनों को जब्त किया। एआरटीओ सुरेंद्र सिंह गौतम ने बताया कि 59 बसों की जांच की गई। इनमें दो बसों में ओवरलोडिंग, एक बगैर बीमा, दो बिना कंडक्टर लाइसेंस, एक बगैर पीयूसी और अन्य 6 वाहनों में स्पीड गवर्नर, फ्रस्टेड बॉक्स, महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें जैसी अन्य कमियां मिलीं।
टीम द्वारा बहेरिया, बमौरी और बड़तूमा तिराहे पर यात्री बसों की चैकिंग की गई। जिसमें सुबह 11 बजे से सबसे पहले बहेरिया हाईवे पर बसों की जांच शुरू हुई। यहां एक बस में स्पीड गवर्नर और एक में फ्रस्टेड बॉक्स न होने पर दोनों के खिलाफ एक-एक हजार रुपए के चालान काटे गए।
इसके बाद बमौरी तिगड्डे पर भी यात्री बसों की जांच की गई। यहां भी दो बसों में कमियां मिलने पर उनके चालान काटे गए। जांच के दौरान टीएसआई मोनिका मीणा, टीएचसी चंद्रदेव आदिवासी, आरक्षक नितिन मिश्रा, समरेंद्र सूर्यवंशी, विजय शर्मा और निरंजन सिंह सहित अन्य अमला मौजूद रहा।
चैकिंग देखकर चालक ने रास्ते में उतारीं सवारियां
दोपहर करीब 1 बजे से मकरोनिया के पास बड़तूमा क्षेत्र में बसों की चेकिंग की गई। यहां राजपूत ट्रेवल्स की बस क्रमांक सीजी 08 एम 0220 के चालक ने चेकिंग को देखकर कुछ दूर पहले ही बस से कुछ यात्रियों को उतार दिया। इसके बाद भी 32 सीटर बस में 41 यात्री बैठे मिले, जबकि बस में पहले करीब 60 यात्री बैठे हुए थे। ओवरलोडिंग के चलते इस बस को जब्त कर लिया गया। इसके अलावा वरुण ट्रैवल्स की बस क्रमांक एमपी 15 पीए 0388 में जांच के दौरान इमरजेंसी गेट जाम पाए जाने पर बस को जब्त कर लिया गया है।
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