सागर के गढ़ाकोटा में हो रहे नगर पालिका चुनाव के बीच शनिवार को कांग्रेस नेता कमलेश साहू ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने खुद पर केरोसिन डालकर आत्मदाह की धमकी दी। हालांकि पुलिस ने उनसे केरोसिन भरी कैन छीन ली। साहू ने PWD मंत्री गोपाल भार्गव और गढ़ाकोटा तहसीलदार कुलदीप पाराशर पर परेशान करने का आरोप लगाया। कमलेश साहू साल 2018 में मंत्री गोपाल भार्गव के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके है।
गढ़ाकोटा के ग्राम मढ़िया खुर्द में पुलिस और प्रशासनिक अफसर अवैध ईंट भट्टों की जांच करने पहुंचे थे। आरआई और पटवारी ईंट भट्टों की जांच कर रहे थे, तभी कांग्रेस नेता कमलेश साहू समर्थकों के साथ पहुंच गए। उन्होंने कार्रवाई का विरोध किया। साथ ही, खुद पर केरोसिन डाल लिया। कांग्रेस नेता को केरोसिन डालते देख पुलिस अफसरों ने मशक्कत के बाद कांग्रेस नेता से केरोसिन की कैन छीनी और समझाइश देकर शांत कराया।
दरअसल, जिस जमीन पर अफसर कार्रवाई करने पहुंचे थे, वहां पास ही में कमलेश साहू की भी जमीन है। कमलेश यहां कंस्ट्रक्शन का काम करवा रहे हैं। इसके लिए पास ही गिट्टी भी डली हुई थी। कांग्रेस नेता का आरोप है कि प्रशासन इसे जब्त कर रहा था। इसी पर आपत्ति जताई, तो अफसर नहीं माने। गढ़ाकोटा थाना प्रभारी रजनीकांत दुबे ने कमलेश साहू से जमीन के दस्तावेज दिखाने को कहा, जिस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि लिखित नोटिस दो, तो ही दस्तावेज दिखाऊंगा।
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कांग्रेस नेता बोले- मंत्री-तहसीलदार कर रहे परेशान
कांग्रेस नेता कमलेश साहू ने कहा कि गढ़ाकोटा में नगर पालिका चुनाव चल रहे हैं। नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन भी भाजपा के लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमला किया था। इसके बाद मुझे और कांग्रेस प्रत्याशियों को लगातार परेशान किया जा रहा है। प्रशासन का अमला कार्रवाई करने आ गया, जबकि यह मेरी निजी जमीन है। खेत में मकान का काम चल रहा है। दो ट्राॅली गिट्टी मंगवाई थी, लेकिन चुनाव के कारण काम बंद कर दिया। मुझे परेशान करने की नीयत से कार्रवाई की गई। वहीं, पटवारी का कहना है कि जब्ती बनाने के लिए तहसीलदार कुलदीप पाराशर ने मौखिक आदेश दिया है।
ईंट भट्टों की जांच करने भेजा था अमला
तहसीलदार कुलदीप पाराशर ने बताया कि ग्राम मढ़िया खुर्द में कुछ ईंट भट्टे अवैध रूप से संचालित होने की शिकायत मिली थी। इस पर आरआई, पटवारी समेत अमले को जांच के लिए भेजा था। जांच के दौरान विवाद की स्थिति बनी। पुलिस की मदद ली गई। विवाद को देखते हुए अमले को वापस बुला लिया।
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