लंबे समय बाद शुक्रवार को बाजारों में काेरोना काल से पहले जैसी रौनक दिखाई दी। ईद और रक्षाबंधन के पहले बाजारों की यह रौनक खरीदी को लेकर थी। शनिवार और रविवार के टोटल लॉकडाउन की वजह से शुक्रवार देरशाम तक लोगों ने यहां खरीददारी की। किसी ने राखी खरीदी तो किसी ने नए कपड़े। कपड़ा कारोबारी संजय जैन ने बताया चार महीने बाद पिछले पांच दिनों में कपड़े की अच्छी बिक्री हुई है। मिठाई दुकान संचालक भरत राजपूत ने बताया लॉकडाउन के बाद दुकान पर पहली बार भीड़ बढ़ी।
कपड़े-साड़ियों की खरीदी सबसे ज्यादा
ईद और रक्षाबंधन के लिए बाजारों में सबसे ज्यादा कपड़े, साड़ियों, मिठाइयां, गिफ्ट आइटम, चूड़ियां का कोरोबार पिछले कुछ त्योहारों की अपेक्षा बेहतर रहा।
इसलिए रही भीड़
खरीदारी को लेकर यह मौका इसलिए भी अहम था क्योंकि शनिवार और रविवार को बाजार पूरी तरह से लॉकडाउन हैं।
अप्रैल में अक्षय तृतीया पर भी बंद था बाजार
अप्रैल में अक्षय तृतीया और मई में मीठी ईद पर लॉकडाउन के कारण बाजारों के बंद होने से खरीदी नहीं हो पाई थी। इसलिए शुक्रवार को भीड़ बढ़ गई।
20000000
रुपए का कारोबार हुआ पिछले रक्षाबंधन पर। इस साल इसके मुकाबले 50% ही कारोबार होने की ही उम्मीद।
मास्क पहने बगैर बाजार में निकले कई लोग
लॉकडाउन के चलते पिछले चार-पांच दिन से बढ़ी खरीदी के दौरान बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। दुकानों समेत फुटपाथ व्यापारियों के यहां लोग भीड़ लगाए रहे, जबकि कटरा बाजार शहर का सबसे व्यस्ततम इलाका है। जहां पिछले 10 दिनों में 5 से अधिक कोविड-19 के मरीज मिल चुके हैं। बाजार पहुंचे गिन चुने लोग ही एहतियात बतरते हुए दिखाई दिए। जबकि कपड़ों की दुकानों समेत अन्य खाद्य सामग्री पर दुकानों की भीड़ कंट्रोल में नहीं दिखाई दी।
पुलिस प्रशासन भी नहीं करा पाया पालन
दुकान के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाए हुए मार्क भी भीड़ में गायब हो गए। पुलिस और प्रशासन की टीम भी इसका पालन नहीं कराई पाई।
4 पहिया वाहनों पर रोक
बाजार में चार पहिया वाहनों पर रोकी। तीन मढ़िया, राधा तिराहा से चार पहिया वाहनों को बाजारों की ओर प्रवेश नहीं दिया।
मास्क नहीं लगाए, 227 लोगों पर कार्रवाई
नगर निगम ने बगैर मास्क लगाए लोगों के चालान काटे। 227 से ज्यादा लोगों के पर कार्रवाई की। दुकानदारों को भी मास्क लगाने के निर्देश दिए गए।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.