सागर-भोपाल में 4 गार्ड्स की हत्या करने वाला सीरियल किलर शिवप्रसाद धुर्वे (19) अब सलाखों के पीछे है। रिमांड पूरी होने के बाद उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। सीरियल किलर ने पुलिस को बताया कि उसे लोगों को मारने का मलाल है। उसके निशाने पर पुलिसकर्मी भी थे। उसे अफसोस भी है कि उसका सपना अधूरा रह गया। जेल लेकर जाते समय सीरियल किलर ने पुलिसकर्मियों के सामने भी कई राज खोले। जानिए, उसने क्या कहा...?
'मैंने गलत तो किया है...। अब लगता है कि गरीबों को नहीं मारना था। बुरे लोगों को टारगेट करना था। मुझे तो पुलिस को भी निशाना बनाना था। बस हथियार हाथ में आ जाता, तो काम कर देता। पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद अहसास हो गया था कि अब मैं अपना सपना पूरा नहीं कर पाऊंगा। मैं गैंगस्टर बनना चाहता था। खैर अब आगे देखा जाएगा क्या होगा? सपना तो बड़ा देखा था, गैंगस्टर बनने का। मगर अफसोस है कि अधूरा रह गया। शायद, मैंने समय और जगह गलत चुन ली थी, इसलिए पकड़ा गया।'
(जैसा सीरियल किलर ने पुलिस को बताया)
बेबाकी से करता है बात, जताता है अफसोस
सीरियल किलर शिव बेबाकी से बात करता है। उसने बताया कि 2015 में वह घर से निकला। पुणे, गोवा, चेन्नई, केरल समेत अन्य जगह मजदूरी की। लोगों को देखकर वह भी फेमस होने का सपना देखने लगा। उसे अपराध की दुनिया का रास्ता सबसे आसान लगा। सागर आते ही उसने तीन चौकीदारों को मौत के घाट उतार दिया। यहां से भागकर भोपाल पहुंचा। यहां भी चौकीदार की जान ले ली। बेकसूरों को मारने की बात पर सीरियल किलर कहता है कि अफसोस तो मुझे भी होता है कि गरीबों को नहीं मारना था, लेकिन मैं किसी को दिखाता नहीं हूं, मन में बहुत अफसोस है। आरोपी इतना शातिर है कि रिमांड के दौरान वह पुलिस को कई कहानियां सुनाता रहा। पूछताछ में भी वह जरा भी नहीं घबराया।
भोपाल और गोवा पुलिस आएगी सागर
सागर की तीन हत्याओं के मामलों में कैंट, सिविल लाइन और मोतीनगर थाना पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ पूरी कर ली है। वहीं, गोपालगंज थाना पुलिस ने चैतन्य अस्पताल के पास हिमबाहुबली रेस्टोरेंट से लैपटॉप और पर्स चोरी के मामले में आरोपी से पूछताछ की है। पूछताछ के बाद सीरियल किलर को जेल भेज दिया गया है। इधर, भोपाल की खजूरी सड़क पुलिस ने बुधवार को सीरियल किलर की फार्मल अरेस्टिंग कर ली है। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस उसे भोपाल लाएगी। खजूरी थाना प्रभारी संध्या मिश्रा ने बताया कि भोपाल में हुई गार्ड सोनू वर्मा की हत्या को लेकर आरोपी से पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा गोवा पुलिस भी आरोपी से पूछताछ के लिए सागर आ सकती है।
फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएंगे मामला, जल्द दिलाएंगे सजा
एसपी तरुण नायक ने कहा- पूछताछ में आरोपी शिवप्रसाद धुर्वे ने माना कि उससे गलती हो गई है। उसने सागर में तीन और एक भोपाल में हत्या की वारदात कबूल की है। पुणे में हत्या के प्रयास की घटना को अंजाम देने की बात कही है, जिसमें उसके खिलाफ पुणे में प्रकरण दर्ज है। सागर की तीनों हत्याओं की वारदातों की जांच जल्द पूरी कर मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएंगे। जल्द ही आरोपी को सजा दिलाने की हरसंभव कोशिश की जाएगी। इसके अलावा आरोपी जहां-जहां रहा है। संबंधित शहर और राज्य की पुलिस को सूचना दी गई है।
थाने मिलने आई मां से बोला- मुझसे गलती हाे गई
आरोपी शिवप्रसाद से मिलने के लिए सोमवार को उसके माता-पिता केसली से सागर पहुंचे। माता-पिता से मिलने के बाद आरोपी अपनी मां से बोला कि मुझसे गलती हो गई। बेटे के बात सुन मां रोने लगी।
इन तीन मूवीज से प्रभावित था
सागर-भोपाल में 4 सिक्योरिटी गार्ड्स की हत्या करने के आरोपी सीरियल किलर ने फिल्में देखकर गैंगस्टर बनने की स्क्रिप्ट लिखी थी। वारदात से पहले मोबाइल पर उसने मूवीज और कई वीडियोज देखे। पुलिस को पूछताछ में उसने बताया कि उसे फिल्म KGF-2, पुष्पा और हैकर मूवी अच्छी लगती है। उज्जैन का गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप उसका रोल मॉडल है। वह उसके जैसा बनना चाहता था। उसने फेमस होने का सपना देखा और अपराध की दुनिया में कूद गया।
तीनों मूवी को किलर ने किस तरह जीवन में उतारा
उज्जैन के गैंगस्टर की तरह बनना था
शिव प्रसाद उज्जैन के गैंगस्टर दुलर्भ कश्यप के भी वीडियो देखता था। गैंगस्टर दुर्लभ कम उम्र में जुर्म की दुनिया में कुख्यात हो गया था। उसी की तरह शिव प्रसाद भी अपराध कर फेमस होना चाहता था।
जानिए सीरियल किलर शिव प्रसाद के बारे में …
शिव प्रसाद उर्फ हल्कू। उम्र 19 साल। 8वीं तक पढ़ा है। गांव के उप सरपंच बसंत मेहर बताते हैं कि वह बचपन से लड़ाकू प्रवृत्ति का है। स्कूल में गांव के लड़कों को छोटी-छोटी बात पर पीट देता था। उसकी गांव में किसी से दोस्ती नहीं थी। सभी से झगड़ता रहता था। 6 साल पहले 13 साल की उम्र में घर से भागकर सागर आया। ट्रेन से पुणे पहुंचा। यहां होटल में नौकरी करने लगा। शिव बीच-बीच में एक-दो दिन के लिए गांव आता था। यहां किसी से मिलता-जुलता नहीं था। एक दिन होटल मालिक के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया। शिव ने उसे इतना पीटा कि अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। शिव को बाल सुधार गृह भेज दिया गया। पिता नन्हे आदिवासी उसे छुड़ाकर लाए। इसके बाद वह गोवा चला गया। यहां वह काम करते-करते इंग्लिश बोलने-समझने लगा।
सागर के सीरियल किलर से जुड़ी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं...
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.