गढ़पहरा से बेरखेड़ी तक बन रहा ग्रीन फील्ड लिंक रोड:भैंसा से रोज गुजरने वाले 1000 ट्रक का दबाव होगा खत्म

सागर2 महीने पहलेलेखक: संदीप तिवारी
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सड़क का काम तेजी से कराया जा रहा है। - Dainik Bhaskar
सड़क का काम तेजी से कराया जा रहा है।

झांसी रोड स्थित गढ़पहरा फोरलेन से सागर-भोपाल रोड स्थित बेरखेड़ी सड़क तक ग्रीन फील्ड लिंक रोड बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 28 किलोमीटर है। इसके बनने से भोपाल से कानपुर की दूरी 21 किलोमीटर कम हो जाएगी। मालथौन से भोपाल की दूरी भी 12 किलोमीटर कम होगी। इससे भी बड़ा फायदा यह होगा कि सफर में 30 मिनट से भी ज्यादा का समय बचेगा।

शहर में हैवी ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। कानपुर से भोपाल आने-जाने के लिए अभी हैवी वाहन के साथ बस, कार भैंसा बायपास से होकर गुजरते हैं। मालथौन तरफ से भोपाल जाने वाले भी इसी रूट का उपयोग करते हैं। रोजाना औसतन दो हजार वाहन यहां से गुजरते हैं। गढ़पहरा फोरलेन से बेरखेड़ी सड़क तक का मार्ग बन जाने से ट्रैफिक का यह दबाव खत्म हो जाएगा।

सोमवार को ओरछा में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसका शिलान्यास किया। इसकी लागत 524.86 करोड़ रुपए है। हालांकि अच्छी बात यह है कि निर्माण का भूमिपूजन भले ही अब हुआ हो लेकिन यहां पर निर्माण कार्य बीते दो माह से चल रहा है। सड़क चौड़ीकरण से लेकर लेवल करने तक का काम कई जगह हो भी चुका है। निर्माण कार्य की अवधि 2 साल है। यानी यह सड़क दिसंबर 2024 के आखिर तक बनकर तैयार हो जाएगी।

हरे-भरे इलाकों से गुजरेगा :

ग्रीन फील्ड लिंक रोड का तात्पर्य उस रोड से है, जो हरे-भरे इलाकों से होकर गुजरता है। इसे ग्रीन कॉरिडोर भी कहा जाता है। मतलब ऐसी जगह, जहां पहले कभी सड़क न रही हो, इसके लिए कोई बिल्डिंग या सड़क तोड़ने का झंझट भी नहीं होता। हाईवे के किनारे हरे-भरे पौधे भी लगाए जाएंगे। इसके लिए अलग से धनराशि स्वीकृत की जाती है।

मालथौन-भोपाल की दूरी इस तरह से होगी कम, समय भी बचेगा

सागर-झांसी रोड से आ रहे किसी वाहन चालक को यदि भोपाल तरफ जाना है तो उसे गढ़पहरा फोरलेन चौराहा से 7 किलोमीटर तक भैंसा आना पड़ता है। यहां से भैंसा-लेहदरा तक 6 किलोमीटर लंबे बायपास से होकर वह लेहदरा नाका पहुंचता है। यहां से बेरखेड़ी की दूरी करीब 27 किलोमीटर है। इस प्रकार से वह 40 किलोमीटर की दूरी तय करता है। जबकि गढ़पहरा फोरलेन से बेरखेड़ी सड़क तक जो ग्रीन फील्ड लिंक रोड बनाया जा रहा है, उसकी लंबाई 28 किलोमीटर है।

ऐसे में वाहन चालक को 12 किलोमीटर सीधे बचेंगे। इतना ही नहीं फोरलेन छोड़कर गढ़पहरा से भैंसा बायपास होते हुए लेहदरा नाका तक भारी ट्रैफिक और बस्ती होने के कारण यह 13 किलोमीटर का सफर ही करीब 30 मिनट में तय होता है। इसके बाद 27 किलोमीटर का बेरखेड़ी तक का सफर भी पूरा करने में औसतन 27 से 30 मिनट लगते हैं। जबकि नए बायपास से 28 किलोमीटर का सफर करीब आधे घंटे से कम समय में ही पूरा हो जाएगा।

ढगरानिया, बसिया भान्सा, बरखेड़ा खुमान में चल रहा काम, दो बार बदली डिजाइन :

यह मार्ग सागर-भोपाल रोड स्थित बेरखेड़ी सड़क से बसिया भान्सा, नरयावली, कोड़नी, ढगरानिया, बसौना, बरखेड़ा खुमान होते हुए गढ़पहरा तिराहा के पास फोरलेन से मिलेगा। इसमें से अभी ढगरानिया, बसिया भान्सा और बरखेड़ा खुमान गांव के पास काम भी चल रहा है। विधायक प्रदीप लारिया ने बताया कि इस सड़क के लिए 2017-18 से कवायद चल रही थी। दो बार इसकी डिजाइन भी बदली गई। आखिर में यही फाइनल हुई।

लेहदरा से चितौरा तक भी बनना है :

भोपाल रोड स्थित लेहदरा गांव से सुआतला होते हुए चितौरा फोरलेन तक 22 किलोमीटर लंबा बायपास भी बनना है। इसके लिए जमीनों के अधिग्रहण की अधिसूचना जारी हो चुकी है।

चारों तरफ फैलाव से विकास हो सकेगा

गढ़पहरा-बेरखेड़ी तक ग्रीन फील्ड लिंक रोड बनने से शहर में हैवी ट्रैफिक लगभग आधा घट जाएगा। इसी तरह लेहदरा से चितौरा वाला बायपास भी जब बन जाएगा तो चारों तरफ से शहर बाहर ही बाहर फोरलेन से जुड़ जाएगा। इससे शहर का चारों तरफ फैलाव और विकास होगा।
- गोपाल भार्गव, पीडब्ल्यूडी मंत्री

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