मंगलवार रात आधा शहर अंधेरे में डूबा रहा। शहर के कुछ वार्डों में सारी रात तो कुछ में आधी रात तक बिजली गुल रही। बिजली बंद होने का कारण एक साथ तीन केवी स्टेशनों पर फाल्ट आ जाना बताया गया है।
दरअसल, बिजली कंपनी के संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारी बीते चार दिन से काम बंद हड़ताल पर हैं। बिजली कंपनी प्रबंधन और कर्मचारियों की हड़ताल का खामियाजा उपभोक्तओं को बिजली आापूर्ति में बाधा के रूप में भुगतना पड़ा है।
बिजली कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक यह फाल्ट असामाजिक तत्वों द्वारा छेड़छाड़ किए जाने की वजह से आए। जबकि कंपनी से जुड़े कतिपय लोगों का कहना है कि आउटसोर्स कर्मचारियों के कुछ सिरफिरे साथियों ने बिजली सप्लाई में बाधा पहुंचाने के इरादे से कुछ स्थानों पर गड़बड़ी की। हालांकि कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष ने इससे इंकार करते हुए इसे आंदोलन को कमजोर करने की साजिश बताया है।
इन इलाकों में बंद रही रात में बिजली :
रात 12 बजे के आसपास शहर के कई इलाकों में अचानक बिजली बंद हो गई जो घंटों बंद रही। शहर के मोतीनगर वार्ड, रामपुरा, इतवारी, चंद्रशेखर, वल्लभनगर, शास्त्री वार्ड, भगतसिंह, काकागंज, बाघराज, तिली, विवेकानंद, केशवगंज, बरियाघाट, भगवानगंज, विट्ठलनगर आदि शामिल हैं। सदर क्षेत्र के अधिकांश भाग में रात भर बिजली बंद रही।
इतवारी निवासी शरद मिश्रा ने बताया कि पौने बारह बजे बंद हुई बिजली रात 3 बजे आई और सुबह साढ़े पांच बजे फिर बंद हो गई। सदर निवासी राजकमल केशरवानी ने बताया कि पूरी रात बिजली बंद रही। बिजली कंपनी के अधिकारी फोन बंद किए रहते हैं। विवेकानंद निवासी सुबोध आर्य ने बताया कि ठंड का सीजन होने से परेशानी थोड़ी कम रही।
तीन स्थानों पर आए फाल्ट :
रात में बिजली कंपनी के मकरोनिया स्थित 133 केवी सब स्टेशन में फाल्ट आ गया। जिससे सप्लाई बाधित हो गई। इसके बाद आरटीओ आफिस और राठौर बंगला के पास स्थित सब स्टेशन में भी फाल्ट हो गए। धर्मश्री और काकागंज फीडर में भी तकनीकी खामियां शुरू हो गईं। एक साथ इतनी जगह परेशानी आने से कई इलाकों की बिजली बंद हो गई।
रात में ही सक्रिय हुआ कंपनी का अमला :
बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री नगर पीके गेडाम, सहायक यंत्री श्रीकृष्ण माहोर, कनिष्ठ यंत्री लखनलाल अहिरवार सहित स्थायी लाइनमैन और अन्य कर्मचारियों की टीम रात में ही सक्रिय हुई और सभी जगह के फाल्ट सुधारे। लेकिन इसमें समय ज्यादा लग गया।
असामाजिक तत्वों ने कर दिए फाल्ट
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री नगर पीके गेडाम ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने सब स्टेशनों में फाल्ट कर दिए थे। जिससे बिजली सप्लाई बाधित हुई। सभी फाल्ट सुधार लिए गए हैं। अस्थायी कर्मचारियों की हड़ताल से कामकाज पर असर न हो इसके लिए स्थायी कर्मचारियों के काम का समय बढ़ाया है। फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं है कि सब स्टेशनों की सुरक्षा के लिए पुलिस से सहयोग लिया जाए।
हमारे आंदोलन को बदनाम करने की साजिश
बिजली कंपनी के संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के जिलाध्यक्ष अवनीश जारोलिया ने बताया कि हमारे किसी भी साथी ने कहीं कोई हरकत या छेड़छाड़ नहीं की है। पूरे प्रदेश में हड़ताल चल रही है। सागर के साथी यहां शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को रख रहे हैं। फाल्ट के लिए हमारे साथियों को जिम्मेदार ठहराना हमारे आंदोलन को कमजोर करने की साजिश है।
500 संविदा और 5 हजार आउटसोर्स कर्मचारी
जिलाध्यक्ष जारोलिया ने बताया कि सागर जिले में मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में इस समय करीब 500 संविदा कर्मचारी और 5 हजार आउटसोर्स कर्मचारी काम कर रहे हैं। यह कर्मचारी लाइन सुधारने से लेकर जेई स्तर तक का कार्य कर रहे हैं। लेकिन सभी को न्यूनतम वेतन मिल रहा है। मांगों के निराकरण तक आंदोलन जारी रहेगा।
सूबेदार वार्ड में ट्रांसफार्मर में लगी आग, हादसा टला
बुधवार दोपहर सूबेदार वार्ड शीतला माता मंदिर के पास स्थित बिजली की डीपी में अचानक आग लग गई। आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो सका। आग लगने से पूरे इलाके की बिजली बंद हो गई। कुछ देर बाद आग पर काबू पा लिया गया।
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