मेडिकल काॅलेज चिकित्सालय में 27 जनवरी को लैब टेक्नीशियन, लैब अटेंडेंट काम नहीं करेंगे। इन्होंने जिला टेक्नीशियन की हड़ताल के समर्थन में 27 जनवरी का सामूहिक अवकाश लिया है। ऐसे में कॉलेज में पैथालॉजी सहित अन्य जांचें नहीं हो सकेंगी।
इसका सीधा असर यहां इलाज कराने आने वाले व पहले से भर्ती मरीजों के इलाज पर पड़ेगा। उनकी जरूरी जांचें नहीं हो पाएंगी। यहां ऑपरेशन तक टालने पड़ सकते हैं। इमरजेंसी मामलों में भी मरीजों को मुश्किलें हो सकती हैं या फिर निजी लैबों में जांच करानी पड़ेगी।
मेडिकल लैब टेक्नीशियंस की सामूहिक कामबंद हड़ताल की वजह से अब आम लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। लैब टेक्नीशियंस एसोसिएशन अपनी 13 मांगों को पूरा कराने प्रदेशभर में हड़ताल पर है। जिले में पिछले 12 दिनों से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल चल रही है। जिला अस्पताल के सामने धरना दिया जा रहा है।
इस कारण जिला अस्पताल में विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में पैथॉलाजी जांच पूरी तरह बंद हैं। इसका नुकसान मरीजों को हो रहा है। सरकार की ओर से कोई सुनवाई न होने के कारण 27 जनवरी को मेडिकल कालेज के लैब टेक्नीशियन्स, लैब असिस्टेंट और लैब अटेंडेंट एक दिन की सामूहिक कामबंद हड़ताल पर रहेंगे। गुरुवार को इस संबंध में मेडिकल कॉलेज में बैठक भी की गई है। आंदोलन की रणनीति बनाई गई।
डीन ने जारी किया पत्र, जरूरी जांचों के लिए व्यवस्था करें
मेडिकल कॉलेज डीन ने लैब टेक्नीशियनों द्वारा सामूहिक अवकाश का पत्र देने के बाद बीएमसी अस्पताल के माइक्रोबायलॉजी, बायोकेमिस्ट्री व पैथालॉजी विभाग के अध्यक्षों को पत्र भेजा है। जरूरी व्यवस्थाएं करने कहा है। पत्र में कहा गया है कि 27 जनवरी को लैब टेक्नीशियन, लैब अटेंडेंट सामूहिक अवकाश पर हैं। इस संबंध में 23 जनवरी को पत्र दिया गया है। ऐसे में 27 जनवरी को जरूरी जांचों के लिए व्यवस्था की जाए। केवल अति आवश्यक जांचें कराई जाएं, ताकि मरीजों को समस्या न हो।
ये हैं लैब टेक्नीशियन की मांगें
लैब टेक्नीशियन पदनाम परिवर्तन मेडिकल लैब ऑफीसर/ मेडिकल लैब टेक्नीकल ऑफीसर किया जाए, ग्रेड पे 2800 से 4200 किया जाए। प्रमोशन किया जाए। संविदा लैब टेक्नीशियनों का नियमितीकरण किया जाए। टेक्नीशियन असिस्टेंट/ लैब असिस्टेंट का ग्रेड पे 2800, लैब अटेंडेंट का ग्रेड पे 2400 किया जाए। 70, 80, 90 प्रतिशत वेतन को 100 प्रतिशत वेतन 2 वर्ष की परीक्षा नियम पूर्व की तरह किया जाए।
नियमित पदों की संख्या बढ़ाना एवं पूर्व रिक्त पदों की शीघ्र भर्ती की जाए। लैब टेक्नीशियनों को आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए जाएं। रिस्क अलाउंस एवं अतिरिक्त कार्य भत्ता दिया जाए। नॉन प्रेक्टिस अलाउंस, प्राइवेट प्रेक्टिस एवं बेसिक जांचों के साथ लैब चलाने की अनुमति मिले। लैब में कार्य समय और लक्ष्य की समीक्षा पर नई गाइडलाइन निर्धारित हो। प्रदेश में लैब टेक्नीशियनों की भर्ती आउटसोर्स या अस्थायी रूप से नहीं करते हुए नियमित पदों पर भर्ती की जाए।
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