शहर के 12-12 साल के दाे दाेस्ताें ने उज्जैन महाकाल दर्शन करने जाने के लिए अपनी-अपनी गुल्लक फाेड़ी और रुपए एकत्र किए। परिजन काे बिना बताए दाेनाें क्षिप्रा एक्सप्रेस से रवाना हाे गए। इधर परिजन बच्चाें काे तलाशते रहे। थाने पहुंचे ताे पुलिस सक्रिय हुई। माेतीनगर पुलिस ने बच्चाें के फाेटाे साेशल साइट्स और रेलवे स्टेशनाें तक भिजवाए। इसी बीच इंदाैर रेलवे स्टेशन पर दाेनाें बच्चे रेलवे पुलिस काे दिख गए। उन्हें लेने के लिए पुलिस व परिजन इंदाैर गए हैं। वहां से बच्चाें काे लेकर सागर के लिए रवाना हाे गए हैं।
जानकारी के अनुसार माेतीनगर थाना क्षेत्र के बाघराज वार्ड निवासी 12 वर्षीय बालक और गाेपालगंज निवासी हम उम्र का उसका दाेस्त दाेनाें ने उज्जैन जाकर महाकाल दर्शन करने की प्लानिंग की थी। मंगलवार काे दाेनाें ने रुपए जुटाने के लिए अपनी-अपनी गुल्लक फाेड़ दी। करीब 1500 रुपए जमा हुए। दाेनाें क्षिप्रा ट्रेन से रवाना हाे गए। माेतीनगर थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि बच्चाें के परिजन की रिपाेर्ट पर उनके फाेटाे वायरल कराए गए थे। इंदाैर स्टेशन पर दाेनाें बच्चें रेलवे पुलिस की नजर में आ गए।
उनसे पूछताछ कर राेक लिया। इसके बाद पुलिस से संपर्क किया। परिजन और पुलिस टीम बच्चाें काे लेकर लाैट रहे हैं। दाेनाें बच्चे सकुशल हैं। ऐसा प्रतीत हाे रहा है कि बच्चाें काे यह डर था कि परिजन से उज्जैन जाने की कहेंगे ताे मना कर देंगे। इसलिए बिना बताए चल दिए। उनके आने पर पूछताछ करेंगे।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.