सागर में वोटिंग से महज 12 दिन पहले एक BJP पार्षद प्रत्याशी ईसाई से हिंदू बन गया। उसने स्टाम्प पर नोटरी से शपथ पत्र भी बनवाया। इसमें लिखा है, 'मुझे हिंदू धर्म बहुत अच्छा लगता है, इसलिए धर्म परिवर्तन कर रहा हूं। कुछ ही दिन में धर्म परिवर्तन का आवेदन कलेक्टर को देकर कानूनी प्रक्रिया भी पूरी करूंगा।'
धर्म बदलने वाले विवीन टोप्पो ने सागर की मकरोनिया नगर पालिका के वार्ड-15 (गोपेश्वर वार्ड) से परचा भरा है। यहां पर 6 जुलाई को मतदान है। विवीन को अब तक हिंदू बनने पर कोई नया नाम नहीं मिला है।
मंदसौर और रतलाम में भी सामने आए हैं धर्म परिवर्तन के मामले
पिछले करीब डेढ़ महीने में मध्यप्रदेश के मंदसौर और रतलाम से भी धर्म परिवर्तन के दो मामले सामने आ चुके हैं। यहां 18 लोग मुसलमान से हिंदू बन चुके हैं। इन्होंने गोबर और गोमूत्र स्नान करके सनातन धर्म अपनाया है। अब ये नए नाम से जाने जाते हैं।
रतलाम में एक परिवार के 18 लोग मुसलमान से हिंदू बने
मंदसौर में गोबर, गोमूत्र से स्नान कर मुसलमान शख्स बना हिंदू
मंदसौर में जफर से चेतन सिंह बने शख्स को वापस मुसलमान बनने का लालच भी दिया जा रहा है। धर्म परिवर्तन के लगातार सामने आ रहे मामलों के बाद इसकी कानूनी प्रक्रिया पर भी बात हो रही है। एक्सपर्ट का कहना है कि धर्म बदलने के लिए शपथ पत्र काफी नहीं है।
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पूजा-पाठ करने का वीडियो भी जारी किया
विवीन ने एक VIDEO जारी किया है। इसमें वह मंत्रोच्चार और पूजा-पाठ करते नजर आ रहे हैं। गंगा जल का आचमन और हवन भी करते नजर आ रहे हैं। VIDEO में पंडित ने विवीन से धर्म परिवर्तन करने का कारण पूछा- तो उन्होंने कहा कि उन्हें हिंदू धर्म पसंद है और उनके पूर्वज भी हिंदू थे। इस दौरान उन्होंने रुद्राक्ष की माला भी पहन रखी है।
शपथ-पत्र में यह लिखकर दिया
विवीन टोप्पो ने अपने शपथ पत्र में लिखा- 'मैं विवीन टोप्पो पिता राजेंद्र टोप्पो उम्र 33 वर्ष निवासी गोपेश्वर वार्ड मकरोनिया का स्थाई निवासी हूं। बचपन से मेरी पहचान ईसाई धर्म से रही है। मेरे पूर्वज सनातन धर्म को मनाने वाले थे। वे अनुसूचित जन जाति के गौड़ ठाकुर थे। मेरी आस्था व पूजा पद्धति हिंदू धर्म की थी। वर्तमान में भी हिंदू धर्म को मानता हूं। हिंदू धर्म के त्यौहार व रीति रिवाजों को भी मानता हूं। इसलिए ईसाई धर्म त्यागकर अपने मूल धर्म में परिवार सहित वापसी बिना किसी लोभ, लालच और डर के कर रहा हूं। कुछ दिन में ही कलेक्टर के यहां धर्म परिवर्तन का आवेदन देकर कानूनी प्रक्रिया पूरी कर लूंगा।'
एक्सपर्ट व्यू: सिर्फ एफिडेविट बनवाने से नहीं बदलता धर्म
भोपाल के वकील यावर खान के मुताबिक, धर्म बदलने के लिए एफिडेविट बनवाना जरूरी होता है। इसे नोटरी से अटैच करवाना होता है। इसके बाद दो राष्ट्रीय दैनिक अखबारों में धर्म परिवर्तन की जानकारी देनी होती है। सरकारी तौर पर दर्ज कराने के लिए गजट ऑफिस में आवेदन करना होता है। हर प्रदेश का अपना गजट ऑफिस होता है। आमतौर पर ये काम कलेक्टर कार्यालयों से होता है। इसमें कई डॉक्युमेंट और पासपोर्ट साइज की फोटो लगती है। परिवार की गवाही होती है। धर्म बदलने का कारण पूछा जाता है।
वकील यावर खान के मुताबिक, कलेक्टर, पुलिस से जांच भी करवा सकता है कि कहीं लालच या दबाव में तो धर्म परिवर्तन नहीं कराया जा रहा। आवेदन करने के बाद सरकारी प्रक्रिया पूरी होने में 60 दिन का समय तक लग जाता है। नया नाम धर्म के साथ गजट में दर्ज हो जाता है। जैसे ही गजट में बदला हुआ नाम आ जाए, समझ लीजिए आप आधिकारिक तौर पर मनचाहे धर्म में शामिल हो चुके हैं।
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