शुक्रवार को ईद मीलादुन्नबी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया। संप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए नगर के मुकेश ताम्रकार ने अपने घर से तैयार किया रोजा ए मुबारक का अक्स। पर्व को लेकर नगर में गाजे-बाजे के साथ निकाले गए भव्य जुलूस में सभी हाथों में निशान थामे थे तो लोगों की जुबान पर तकवीर अल्लाह हू अकबर के नारे लगाकर उनके प्रति उत्साह ज्यादा दिखा और नगर ‘सरकार की आमद मरहबा’ से भी गूंज उठा।
जुलूस के दौरान ‘धूम मचा दो, धूम मचा दो अहमद की, आ गयी है सरकार...’ सहित विभिन्न प्रकार के पैगंबरी गीत शहर में गूंजते रहे जुलूस का कई स्थानों पर स्वागत किया गया। मेन रोड से निकले जुलूस में शामिल लोगों को मिठाइयां खिलाकर हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की गई।
जुलूस-ए-मोहम्मदी को लेकर बच्चों में खासा उत्साह था। इससे पहले बाजार नूरी एवं जामा मस्जिद से जुलूस का शुभारंभ होकर जो शहर के अलग-अलग मार्गों से होकर गुजरा जुलूस मेन रोड पहुंचकर संपन्न हुआ। जुलूस में नगर की मुहर्रम कमेटियों, सभी मस्जिदों, मदरसा, फैजान-ए-रजा, दावत-ए-इस्लामी, ऑल इंडिया जमात-ए-रजा शामिल हुए।
खुरई में ईद पर सांकेतिक जुलूस निकाला, हाफिजों ने अमन और चैन का संदेश दिया
पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिवस का पर्व ईद मीलादुन्नबी धूमधाम से मनाया गया। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने खुशी का इजहार करते हुए जामा मस्जिद के आसपास सांकेतिक जुलूस निकाला। हाफिजों ने अमन और चैन का संदेश दिया। युवाओं ने निशान झंडे लहराए। नगर को हरे झंडों एवं स्वागत द्वाराें से सजाया गया था। जश्न ए ईद मिलादुन्नबी पर देश में खुशहाली और अम्नो अमान की दुआ की गई। अधिकारियाें ने धर्मावलंबियाें काे शुभकामनाएं दीं।
बीना में सादगी से से मनाई ईद, नहीं निकला जुलूस
शहर में ईद मीलादुन्नबी मुस्लिम समाज के द्वारा बड़े ही सादगी पूर्ण ढंग से मनाई गई। हर साल शहर में निकलने वाला जुलूस इस वर्ष नही निकाला गया। शहर काजी रिजवान हाशमी ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए प्रशासन ने सामूहिक जुलूस की अनुमति नहीं दी। उन्होंने बताया कि ईद मिलादुन्नबी हज़रत पैगम्बर मुहम्मद साहब की पैदाइश के रूप में मनाया जाता है। पैगम्बर साहब ने इंसानियत और भाईचारे का पैग़ाम दिया। उन्होंने गरीबों नोकरों और पड़ोसियों की मदद करने का पैग़ाम दिया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.