प्रताड़ना से तंग नागौद थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने जहरीली दवा निगल कर जान दे दी। लेकिन अपनी मौत से पहले उसने अपने पति को फोन कर कॉल रिकार्ड करवाई और अपनी मौत के लिए जिम्मेदार शख्स का नाम उसे बताया। पुलिस ने इस मामले में महिला के प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
हासिल जानकारी के मुताबिक नागौद थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरवारा के चुरहाई टोला में रहने वाली अर्चना लोधी नाम की 30 वर्षीया महिला की स्थानीय बिरला अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गई। जहरीला पदार्थ निगल लेने के कारण उसे गंभीर हालत में दो दिन पहले रीवा रोड पर सर्किट हाउस के समीप स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था लेकिन हालत में सुधार न होने पर उसे स्थानीय बिरला अस्पताल ले जाया गया था।
अर्चना ने अपनी मौत से पहले अपने पति रामनारायण लोधी को फोन किया था और यह बताया था कि उसने सल्फास की गोलियां निगल ली हैं। उसने अपनी मौत के लिए धीरू सिंह नाम के शख्स को जिम्मेदार ठहराते हुए अपने पति से कहा था कि वह कॉल रिकार्ड कर ले। उसकी मौत के लिए धीरू सिंह जिम्मेदार है।
सोमवार को महिला की मौत होने के बाद फोन कॉल का यह रिकॉर्डेड ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया। कोलगवां पुलिस ने महिला की मौत की तस्दीक कर ऑडियो का परीक्षण कराया और नागौद पुलिस ने धीरेंद्र सिंह परिहार उर्फ धीरू पिता सुरेश सिंह परिहार 36 वर्ष निवासी ग्राम बधाव को गिरफ्तार कर लिया। उसे महिला को आत्म हत्या के लिए मजबूर करने का जिम्मेदार मानते हुए आईपीसी की धारा 306 के तहत नागौद थाना में अपराध दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतिका को आरोपी धीरू ने परेशान कर रखा था। उसके कारण मृतिका का अपने पति से भी विवाद होता था। महिला धीरू की प्रताड़ना से तंग आ गई और उसने सल्फास की गोलियां निगल ली। उधर जब यह खबर धीरू को लगी कि महिला ने उसका नाम लेकर जहर खाया है तो वह उसे अस्पताल ले आया।
उसने रात के वक्त आनन फानन में शहर के सर्किट हाउस के समीप स्थित एक चर्चित निजी अस्पताल में उसे भर्ती करा दिया। बाद में उसका पति भी सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंच गया। दो दिन तक वह जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही लेकिन सोमवार को आखिरकार उसकी सांसें थम गईं।
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