सतना के रामपुर तहसील कार्यालय में लोकायुक्त की दबिश:रिश्वत लेते पटवारी रंगे हाथ ट्रैप, जमीन के सीमांकन के लिए मांगी थी घूस

सतना9 दिन पहले
आरोपी पटवारी अनिल वर्मा और फरियादी कमलेन्द्र पांडेय (पगड़ी बांधे हुए)।

सतना जिले के रामपुर बाघेलान तहसील कार्यालय में लोकायुक्त रीवा की टीम ने छापामारी कर पटवारी को रंगे हाथ धर दबोचा। पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। हासिल जानकारी के मुताबिक लोकायुक्त संगठन रीवा की टीम ने मंगलवार की दोपहर रामपुर बाघेलान तहसील कार्यालय में छापामारी कर पटवारी अनिल वर्मा को 5 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।

अनिल वर्मा के पास पटवारी हलका चकदही का प्रभार था। उसने कमलेन्द्र कुमार पांडेय से उसकी जमीन का सीमांकन करने के लिए 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। अपनी डिमांड के एवज में पटवारी 12 हजार रुपए की नगदी एडवांस में ले चुका था। उसी रकम की एक और किश्त के भुगतान के लिये उसने कमलेन्द्र कुमार पांडेय को मंगलवार की दोपहर तहसील कार्यालय बुलाया था।

बताया जाता है कि कमलेन्द्र कुमार पांडेय किसान है और जीविकोपार्जन के लिए गांव में ही एक छोटी सी किराना दुकान भी चलाता है। उसने जमीन के सीमांकन का आवेदन शासन की तरफ से निर्धारित प्रक्रिया पूरी करते हुए प्रस्तुत किया था लेकिन सीमांकन नही हो पा रहा था। पटवारी अनिल वर्मा से उसने संपर्क किया तो पटवारी ने 25 हजार रुपए की मांग कर दी। कमलेन्द्र ने 12 हजार रुपए दे भी दिए लेकिन इसी के साथ उसने लोकायुक्त एसपी रीवा के समक्ष शिकायत भी कर दी। लोकायुक्त की टीम ने शिकायत की तस्दीक कराई और फिर मंगलवार को तय हुए समय पर कमलेन्द्र 5 हजार रुपए लेकर पटवारी के पास पहुंच गया। पटवारी ने उसे तहसील कार्यालय में ही बुला लिया। जैसे ही पटवारी अनिल वर्मा ने रिश्वत की रकम थामी उसे डीएसपी राजेश पाठक और इंस्पेक्टर प्रमेन्द्र कुमार के साथ पहुंची लोकायुक्त की टीम ने पकड़ लिया।

मचा रहा हड़कंप

रामपुर तहसील कार्यालय में लोकायुक्त की छापामारी से कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा। हर कोई कार्रवाई के बारे में जानना तो चाह रहा था लेकिन कोई आगे बढ़ कर किसी से कुछ पूछने की हिम्मत नही जुटा पा रहा था। उधर जनता में भी उत्सुकता थी। लोग यह कहते भी सुने गए कि ऐसी कार्रवाई होती रहनी चाहिए।

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