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पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में मनोज मुंतशिर:बोले- उनका विरोध करने वाले पहले ये बताएं कि उन्होंने धर्मांतरण का कब कितना विरोध किया?

सतना4 महीने पहले
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इन दिनों बागेश्वर धाम के धीरेंन्द्र शास्त्री महाराज काफी चर्चा में हैं। जानकारी के अनुसार धीरेंन्द्र शास्त्री को नागपुर में एक व्यक्ति ने चुनौती दे दी थी। जिसके बाद लगातार कई साधु संत और नेता उनके समर्थन में आ गए हैं। वहीं पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को मनोज मुंतशिर का भी समर्थन मिला है। मुंतशिर ने शास्त्री पर आरोप लगाने और उन पर सवाल उठाने वालों को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि पहले तो वे ये बताएं कि उन्होंने धर्मांतरण का कब-कितना विरोध किया है।

सतना नगर गौरव दिवस के कार्यक्रम में व्याख्यान देने आए गीतकार व संवाद लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला ने कहा कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने धर्मांतरण रोकने का बड़ा काम किया है। शायद यही वजह है कि लोग उनके विरोध में खड़े हो गए।

पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री(फाइल फोटो)
पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री(फाइल फोटो)

मुंतशिर ने कहा, भारत का संविधान धर्मांतरण की इजाजत नहीं देता,फिर भी लोग प्रलोभन देकर धर्मांतरण करा रहे है। बागेश्वर धाम के महाराज ने धर्मांतरण को रोकने का बड़ा काम किया है। आज जो लोग उनके खिलाफ मुखर हैं,मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वे कभी धर्मान्तरण पर भी इतने मुखर हुए? चमत्कार की बात पर उन्होंने कहा, चमत्कार शब्द सब्जेक्टिव है, उसे लेकर सब का अपना-अपना नजरिया होता है।

राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर टिप्पणी करने के कांग्रेसी आरोपों पर मुंतशिर ने कहा,उन्होंने कभी किसी का नाम नहीं लिया। अब अगर किसी ने उनकी कही बात को अपने ऊपर ले लिया तो वो क्या कर सकते हैं।

संवाद लेखक मनोज ने कहा कि मेरा विरोध करने वाले लोगों की नाराजगी मुझसे नही,भारत वर्ष से है। जो भारत के दुश्मन हैं वो मुझसे नाराज हैं। मैं कोशिश करता रहूंगा कि वो मुझसे और ज्यादा नाराज रहें। वे भविष्य में राजनीति में आएंगे या नहीं? इस सवाल को उन्होंने भविष्य पर छोड़ दिया।

धीरेंद्र शास्त्री पर ये आरोप हैं

महाराष्ट्र के नागपुर में श्रीराम चरित्र चर्चा का आयोजन हुआ था। यहां धीरेंद्र शास्त्री का दरबार लगा था। इस दौरान अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने उन पर जादू-टोने और अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था। धीरेंद्र शास्त्री पर दिव्य दरबार और प्रेत दरबार की आड़ में जादू-टोना को बढ़ावा दिए जाने का आरोप था। इसके बाद से ही विवाद जारी है।

कैलाश विजयवर्गीय ने भी किया था समर्थन

नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती दी थी, जिसके बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। इसी बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और योगगुरु बाबा रामदेव भी पं. धीरेंद्र शास्त्री के पक्ष में उतर आए हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने रतलाम के जावरा की हुसैन टेकरी पर नाचने-कूदने की बात कही। पढ़े पूरी खबर

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नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति से मिली चुनौती के बाद शुक्रवार को रायपुर में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर धाम सरकार) का पहला दरबार लगा। यहां उन्होंने नागपुर की समिति के संस्थापक श्याम मानव पर फिर निशाना साधा। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें