शहडोल में स्थानीय मानस भवन ऑडिटोरियम में 12वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह आयोजित हुआ। निर्वाचन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, सशक्त बनाने के लिए मतदाता दिवस हर वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। जिससे मतदाताओं में यह संदेश जाए कि उन्हें लोभ, लालच और भय से कोई भी व्यक्ति अपने पक्ष में न कर सकें और वे निर्भीक व निष्पक्ष होकर सुयोग्य प्रत्याशी का चयन कर सकें।
कार्यक्रम में आयुक्त संभाग राजीव शर्मा ने कहा कि भारत की मतदान प्रक्रिया दुनिया में सबसे सशक्त, पारदर्शी और सुदृढ़ है। दूसरे देशों की अपेक्षा हमारे देश के निर्वाचन से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी अधिक दक्ष और कुशल हैं। यही कारण है की दूसरें देशों के लोग हमारी निर्वाचन प्रक्रिया को देखने, सुनने और सीखने के लिए यहां आते है।
इस मौके पर एडीजी श्री सागर ने कहा कि भारत का लोकतंत्र सभी विकारों से मुक्त है। प्रत्येक मतदाता का कर्तव्य है कि वह निष्ठा, ईमानदारी और निष्पक्षता से अपने मताधिकार का उपयोग कर निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि कर्तव्य परायणता, कर्मठता और पारदर्शिता का ही परिणाम है कि हमारे देश का लोकतंत्र विश्व में सबसे बड़ा है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती वैद्य ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त के संदेश का वाचन करते हुए कहा कि विश्व के कई ऐसे भाग है, जहां वोट देने का अधिकार लंबे संघर्ष के बाद हासिल हुआ। परंतु हमें यह देश की आजादी से ही हासिल है। पहले केवल वर्ष में एक बार पहली जनवरी को ही मतदाता सूची में नाम दर्ज करवा सकते थे लेकिन संशोधन के बाद, वर्ष की 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर में से किसी भी दिन 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाला कोई भी भारतीय नागरिक पंजीकरण करवा सकता है।
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