सभी निकायों में निर्माण श्रमिकों का पंजीयन कराए: तिवारी:श्रमिकों के बच्चों को विदेश में अध्ययन हेतु 50 हजार डॉलर तक देती है सरकार

श्योपुर13 दिन पहले
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मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने मंगलवार काे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी नगरीय निकाय एवं जनपद पंचायतें अपने-अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक निर्माण श्रमिकों का पंजीयन सुनिश्चित करें, जिससे कर्मकार मंडल की योजनाओं का लाभ पूरी तरह से मिल सकें। उन्होंने कहा कि कर्मकार मंडल अंतर्गत 49 प्रकार के श्रमिकों की उनके कार्य के आधार पर कैटेगरी निर्धारित की गई है। जिन्हें मंडल की 20 योजनाओं में लाभ प्रदान किया जा रहा है।

मंडल अंतर्गत निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए लगभग 20 योजनाएं संचालित है, जिनमें रोजगार से लेकर उनके बच्चों के विदेश अध्ययन तक पढ़ने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, विदेश में अध्ययन के लिए 40 हजार यूएस डॉलर की सहायता प्रदान की जा रही है। इसके अलावा 10 हजार डॉलर की सहायता स्वयं के खर्च के लिए दी जाती है। मेडिकल एवं इंजीनियरिंग सहित अन्य अग्रणी संस्थानों में पढ़ाई के लिए भी पूरी फीस शासन की ओर से निर्वहन की जा रही है। उन्होंने बताया कि भोपाल में अप्रैल-मई माह से आदर्श आईटीआई का शुभारंभ किया जा रहा है, जिसमें निर्माण श्रमिकों के बच्चों को अध्ययन की सुविधा प्राप्त होगी।

इसके साथ ही 4 संभाग मुख्यालय भोपाल, इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर में श्रमोदय आवासीय विद्यालय स्थापित है, मंडल द्वारा इस प्रकार के विद्यालय सभी संभागीय मुख्यालयों पर शुरू करने का निर्णय लिया गया है। अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि मंडल की योजनाओं एवं श्रमिकों के पंजीयन हेतु व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाकर अधिक से अधिक पंजीयन कराने की कार्रवाई की जाए। श्रमिकों के मेधावी बच्चों को सुपर-5000 योजना के तहत कक्षा 10 एवं 12 में अध्ययन करते हुए मेरिट सूची में 5 हजार स्थान तक के लिए 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।

किसी प्रकार पीएससी एवं यूपीएससी परीक्षाओं में विभिन्न स्तर की परीक्षाएं पास करने पर राशि प्रदान की जाती है। विवाह सहायता योजना में 55 हजार रुपए का हितलाभ प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही पंजीकृत श्रमिक की सामान्य मृत्यु पर 2 लाख तथा दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख रुपए की अनुग्रह सहायता एवं अंत्येष्टि सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इतना ही नहीं ऐसे अपंजीकृत श्रमिक जिनकी निर्माण स्थल पर कार्य के दौरान मृत्यु हो जाती है तो उन्हें भी 4 लाख रुपए की सहायता राशि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि मंडल द्वारा निर्माण श्रमिकों के कोशल प्रशिक्षण योजना के तहत 30 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया।

कार्यालय का निरीक्षण
मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष हेमंत तिवारी द्वारा बैठक के उपरांत कलेक्टर कार्यालय स्थित श्रम कार्यालय का निरीक्षण किया गया। इस दौरान सहायक श्रमायुक्त ग्वालियर संध्या सिंह एवं श्रम निरीक्षक ओपी शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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