मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से बुधवार को दो खबरें सामने आई हैं। इनमें से एक अच्छी, तो दूसरी खबर चिंता बढ़ाने वाली है। चिंताजनक बात ये है कि यहां नामीबिया से लाई गई एक मादा चीता गंभीर रूप से बीमार हो गई है। उसके इलाज के लिए भोपाल से टीम भेजी गई है। वहीं, अच्छी खबर ये है कि दक्षिण अफ्रीका से कूनो आने वाले 12 और चीतों का रास्ता साफ हो गया है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने इस संबंध में हुए एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ (5 मादा व 3 नर) चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। तीन महीने से ज्यादा समय तक बाड़ों में बंद चीतों को क्रम से खुले जंगल में छोड़ा जा रहा है।
मादा चीता शाशा डिहाइड्रेशन और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि बड़े बाड़े के कंपार्टमेंट नंबर-5 में पिछले साल 28 नवंबर को तीन मादा चीता सवाना, शाशा और सियाया को छोड़ा गया था। तीनों मादा चीता एक साथ ही कंपार्टमेंट में रहकर शिकार भी कर रही थीं। मगर, मादा चीता शाशा के बीमार होने के बाद पार्क प्रबंधन चिंतित हैं। उसके बीमार होने का पता हाल में रुटीन मॉनिटरिंग के दौरान चला। मादा चीता शाशा डिहाइड्रेशन और गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है।
भोपाल से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम पहुंची
भोपाल से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उसके इलाज के लिए कूनो नेशनल पार्क भेजा गया है। टीम में वन विहार नेशनल पार्क के मुख्य पशु चिकित्सक डॉ. अतुल गुप्ता टीम के प्रमुख हैं। मादा चीता शाशा पिछले दो दिनों से बीमार है। डिहाईड्रेशन (दस्त) की वजह से उसके शरीर में पानी की कमी आ गई है। डॉक्टरों ने उसकी किडनी में इंफेक्शन होना बताया है। वन विहार से पहुंची विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मादा चीता को अपनी देखरेख में लेकर उसका उपचार कर रही है। लगातार ड्रिप लगाकर जरूरी इंजेक्शन दिए जाने के बाद गुरुवार को शाशा की तबीयत में सुधार है लेकिन, अभी भी वह डॉक्टरों की देखरेख में है। इसकी पुष्टि डीएफओ प्रकाश वर्मा के द्वारा की गई है।
साउथ अफ्रीका से और आएंगे 12 चीते
गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले यानी बुधवार को कूनो आने वाले चीतों से संबंधित एमओयू पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने हस्ताक्षर किए। चयनित किए गए 12 चीते करीब साढ़े तीन माह से वहां क्वारेंटाइन हैं। संभावना है कि फरवरी महीने के मध्य में चीता दक्षिण अफ्रीका से मध्यप्रदेश लाए जा सकते हैं।
सीएम ने कहा था-फरवरी से कूनो में चीते देख सकेंगे पर्यटक
करीब एक सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया था कि फरवरी महीने से पर्यटक कूनो में चीतों को देख सकेंगे। सरकार चीता सफारी की तैयारियों में भी लगी है। मादा चीते की बीमारी से तैयारियों पर असर पड़ सकता है। नामीबिया से आए इन आठ चीतों ने चार महीनों के क्वारेंटाइन पीरियड के दौरान छोटे बाड़े और बड़े बाड़े में रहकर भारत में सर्वाइव कर लिया है।
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